नई दिल्ली। कुछ दिन तक लगातार कमजोरी का सामना करने के बाद इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। इंटरनेशनल मार्केट में स्पॉट गोल्ड 0.30 प्रतिशत की मजबूती के साथ 2,688.29 डॉलर प्रति ऑन्स के स्तर पर पहुंच गया। गोल्ड फ्यूचर्स आज 2,711.30 डॉलर प्रति ऑन्स के स्तर पर पहुंचा है। इस हफ्ते इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड लगातार पॉजिटिव बना हुआ है। इसी वजह से सोने की कीमत में इस सप्ताह 2 प्रतिशत से अधिक की तेजी आ गई है।
जानकारों का कहना है कि सीरिया के घटनाक्रम की वजह से निवेशकों का रुझान एक बार फिर गोल्ड मार्केट की ओर बढ़ गया है। इसके साथ ही चीन के सेंट्रल बैंक ने भी गोल्ड स्टॉक के लिए सोने की बल्क पर्चेजिंग शुरू कर दी है। इस पर्चेजिंग के कारण इंटरनेशनल मार्केट में सोने की कीमत में अचानक तेजी आ गई है। इसके साथ ही निवेशकों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व (यूएस फेड) की मॉनेटरी पॉलिसी पर भी टिकी हुई है। यूएस फेड की अगले सप्ताह 17 और 18 दिसंबर को मीटिंग होने वाली है, जिसमें ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती होने की उम्मीद की जा रही है। माना जा रहा है कि अगर यूएस फेड ब्याज दरों में कमी करता है, तो इसका असर सोने की कीमत में तेजी के रूप में देखा जा सकता है।
मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन के अनुसार इस सप्ताह सोने की कीमत में तेजी आने के बावजूद ट्रेडर्स को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड की कीमत को अमेरिका के महंगाई दर से भी सपोर्ट मिला है। नवंबर के महीने में कंज्यूमर प्राइसेज में तेजी आई है। इससे यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती करने की उम्मीद बढ़ गई है। दूसरी ओर, स्विस नेशनल बैंक और यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने भी ब्याज दरों में कटौती की है, जिसके कारण इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड को सपोर्ट मिल रहा है।
मयंक मोहन का मानना है कि अगर यूएस फेड ब्याज दरों में कटौती करता है, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में तेजी जारी रह सकती है। खासकर, जब तक जियो पॉलिटिकल रिस्क का माहौल बना हुआ है, तब तक सोने के भाव को में मजबूती का रुख बना रह सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में आई तेजी का असर घरेलू बाजार पर में भी सोने की कीमत में तेजी के रूप में देखा जा सकता है। घरेलू सर्राफा बाजार में भी सोना 80 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के काफी करीब पहुंच गया है।