लखनऊ- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व का हवाला देते हुये चुनाव आयोग से प्रदेश में उपचुनाव की तारीख बदलने की अपील की है।
दोनो दलों के प्रतिनिधिमंडलों ने गुरुवार को अलग अलग चुनाव आयोग जाकर संबधित अधिकारी से भेंट की और मुख्य निर्वाचन अधिकारी को संबोधित पत्र अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपा।
भाजपा के प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला, संजय राय, रामप्रताप सिंह चौहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की तिथि 13 नवम्बर घोषित की गई है जबकि 15 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व है। सर्वविदित है कि उत्तर प्रदेश में कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व एवं पूजन का विशेष महत्व है। बड़ी संख्या में जनमानस कार्तिक पूर्णिमा के स्नान एवं पूजन करने के लिए जाते है।
गौरतलब है कि कुन्दरकी, मीरापुर, गाजियाबाद तथा प्रयागराज में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेला में प्रतिभाग एवं पूजन के लिए तीन-चार दिन पूर्व ही लोग पहुंच जाते है। कार्तिक पूर्णिमा के कारण बहुसंख्यक मतदाता मतदान से वंचित रह सकते है।
प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि चुनाव आयोग शत् प्रतिशत मतदान के लिए संकल्पित है। ऐसी स्थिति में कार्तिक पूर्णिमा के कारण उपचुनाव में मतदान प्रतिशत कम हो सकता है। इसलिए उपचुनाव की तारीख 13 नवम्बर के स्थान पर 20 नवम्बर 2024 किया जाना समीचीन होगा।
इसी प्रकार रालोद का एक प्रतिनिधि मण्डल पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिला और मीरापुर विधानसभा उपचुनाव 13 नवंबर से बढ़ाकर 20 नवम्बर 2024 करने की मांग की।
ज्ञापन में श्री दुबे ने कहा कि मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के ऐतिहासिक तीर्थ स्थल शुक्रताल में प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का बहुत विशाल मेला लगता है। इस मेले में इस क्षेत्र के लाखों किसान गंगा स्नान के लिये पूर्णमासी से पांच-पांच, छह-छह दिन पूर्व अपने परिवार सहित गंगा तट पर डेरों में आकर बस जाते हैं।
इस वर्ष गंगा स्नान का पर्व 15 नवम्बर को पड रहा है और उपचुनाव 13 नवम्बर को सम्पन्न होगा। ऐसी स्थिति में क्षेत्र के लाखों किसान और उनके परिवार मतदान करने से वंचित रह जाएंगे। प्रतिनिधि मण्डल में प्रदेश महासचिव मनोज सिंह चौहान, प्रदेश सचिव प्रमोद शुक्ला, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी मयंक त्रिवेदी शामिल रहे।