मथुरा- कान्हा नगरी मथुरा में सोमवार को संतो की महापंचायत में एक प्रस्ताव पारित कर भागवताचार्य प्रदीप मिश्रा को राधारानी से क्षमा मांगने के लिये सात दिन का समय दिया गया है।
कोसीकलां में आयोजित भागवत के एक कार्यक्रम में राधारानी के खिलाफ अनर्गल बयान देने के विरोध में आज बरसाना में महान संत पद्म श्री रमेश बाबा की अध्यक्षता में हुई महापंचायत में शंकराचार्यों, निम्बाकाचार्य, रामानुजाचार्य वल्लभाचार्य, रामानन्दाचार्य, गौड़ीय सम्प्रदाय के शीर्षस्थ संतों ने प्रस्ताव पारित कर कहा कि प्रदीप मिश्रा द्वारा क्षमा न माँगने पर उनका प्रवेश सम्पूर्ण ब्रज मण्डल मे निषेध रहेगा।
बरसाना में आयोजित महापंचायत में पारित प्रस्ताव के अनुसार सात दिन के भीतर राधारानी से आकर यदि वे क्षमा की याचना नही करेंगे तो यह क्षमा भी स्वीकार्य नहीं होगी।
प्रस्ताव में कहा गया है कि समस्त वैष्णवाचार्यों, संतों, समस्त शंकराचार्यों, श्री निम्बाकाचार्य, श्री रामानुजाचार्य, श्री वल्लभाचार्य, श्री रामानन्दाचार्य, श्री गौड़ीय सम्प्रदाय के शीर्षस्थ संतों से निवेदन करके व्यासपीठ से प्रदीप मिश्रा को सर्वदा के लिए बहिष्कृत किया जाए साथ ही व्यासपीठ के लिए नियामक कमेटी बनाकर व्यासपीठ की पवित्रता सुनिश्चित की जाए।
यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि जहाँ-जहाँ प्रदीप मिश्रा की कथा हो वहाँ-वहाँ सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, जन प्रदर्शन आदि के माध्यम से अभियान चलाकर कथा का विरोध किया जाएगा साथ ही इसका समर्थन करने वाले सभी जयचन्दों का भी विरोध व उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई जाएगी।
प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि जिला प्रशासन ने अगर समस्त साक्ष्य देने के बाद भी प्रदीप मिश्रा के खिलाफ 7 दिन में एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्यवाही नहीं की तो अविलम्ब जिला कार्यालय का समस्त संतों द्वारा घेराव किया जाएगा। प्रस्ताव के अनुसार भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिक पहचान व सनातनी धार्मिक अस्तित्व पर अब किसी भी प्रकार का कोई भी प्रश्नचिन्ह, कुठाराघात या अनर्गल वक्तृव्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । इस प्रकार के किसी भी कृत के लिये पूरा संत समाज, समस्त वैष्णववृन्द, भक्तगण पुरजोर विरोध करेंगे आवश्यकता पड़ने पर देशव्यापी आंदोलन भी करेंगे ।
प्रस्ताव में महाराज फिल्म पर तुरंत रोक लगाने की मांग की गई है और कहा गया है कि यह महापंचायत नेटफ्लिक्स पर प्रसारित होने वाली फिल्म का पूर्ण बहिष्कार करती है।