मुजफ्फरनगर- पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व भाजपा सांसद डॉ संजीव बालियान के खिलाफ लोकपाल की प्रारम्भिक जांच शुरू हो गई है, यह जानकारी भारत के लोकपाल कार्यालय ने शिकायतकर्ता पूर्व आईपीएस अधिकारी को दी है। इस जांच से डॉक्टर बालियान की मुसीबत बढ़ सकती है।
भारत के लोकपाल के पत्रांक संख्या सीसी 12016/140/2024-लोकपाल, दिनांक 15 जुलाई 2024 द्वारा अंडर सेकेट्री राहुल कुमार द्वारा शिकायतकर्ता अमिताभ ठाकुर निवासी गोमती नगर लखनऊ को जानकारी दी गई है कि उनके द्वारा
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान के खिलाफ दायर की गई शिकायत को दर्ज कर लिया गया है और शिकायत संख्या 140 / 2024 के तहत मामला दर्ज किया गया है, यह निर्णय लोकपाल की पूर्ण बेंच के निर्णय के आधार पर किया गया है। लोकपाल ने अमिताभ ठाकुर से चार हफ्ते में साक्ष्य देने को कहा है जिससे आगे जांच बढ़ाई जा सके। लोकपाल ने मई 2017 से मई 2024 तक के सबूत मांगे है जिसके आधार पर आगे जांच की जा सकेगी।
आपको बता दे कि पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने जुलाई माह में एक शिकायत भारत के लोकपाल को भेजी थी जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। डॉक्टर संजीव बालियान पर यह आरोप सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सामने खुलकर आए थे।
दरअसल संगीत सोम और संजीव बालियान में लोकसभा चुनाव के दौरान ही विवाद खुलकर सामने आ गया था कि संजीव बालियान का संगीत सोम खुलकर विरोध कर रहे है। चुनाव में हार के बाद संजीव बालियान ने भी संगीत सोम पर अपनी हार का ठीकरा फोड़ा था इसके बाद संगीत सोम ने भी जवाबी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
संगीत सोम की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही दो पेज का लेटर पत्रकारों को बांटा गया था जो संगीत सोम के लेटर हेड पर था लेकिन उस पर संगीत सोम के हस्ताक्षर नहीं थे। उस लेटर पैड पर संजीव बालियान पर दर्जनों गंभीर आरोप लगाए गए थे जिसमें ऑस्ट्रेलिया में जमीन खरीदने जैसे भी आरोप थे हालांकि संगीत सोम ने उस लेटर को अपना मानने से इनकार कर दिया था और मेरठ के थाना लाल कुर्ती में एक एफआईआर भी दर्ज करा दी थी कि किसी ने उनके लेटर पैड को चुराकर यह पत्र जारी किया है। अब उस पत्र पर भारत के लोकपाल की जांच शुरू होने के बाद डॉक्टर संजीव बालियान की मुसीबतें बढ़ सकती है।