नयी दिल्ली। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सचिव सौरभ गर्ग ने बुधवार को कहा कि यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि हमारी बुजुर्ग आबादी को स्वस्थ, सम्मानजनक और पूर्ण जीवन जीने के लिए आवश्यक देखभाल और सहायता मिले।
गर्ग ने यहां ‘इंडिया एजिंग रिपोर्ट 2023’ रिपोर्ट जारी करने के मौके पर कहा,“ यह रिपोर्ट इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक बेहतर रोडमैप प्रदान करती है और मैं सभी हितधारकों से इसकी सिफारिशों को लागू करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह करता हूं। ”
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) की भारत प्रतिनिधि और भूटान की कंट्री निदेशक एंड्रिया वोज्नार ने इस अवसर पर कहा , “ यह व्यापक रिपोर्ट विद्वानों, नीति निर्माताओं, कार्यक्रम प्रबंधकों और बुजुर्गों की देखभाल में शामिल सभी हितधारकों के लिए एक मूल्यवान संसाधन है। वृद्ध व्यक्तियों ने समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वे अपनी भलाई सुनिश्चित करने के लिए हमारे सर्वोत्तम प्रयासों से कम के हकदार नहीं हैं। ”
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्षों में बुजुर्गों की भलाई से संबंधित कई विश्लेषण हैं, जिनमें वरिष्ठ नागरिकों की बेहतर स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वृद्धावस्था देखभाल में वृद्धि शामिल हैं। बुजुर्ग आबादी के स्वास्थ्य, वित्तीय सशक्तीकरण और क्षमता निर्माण की जरूरतों को संबोधित करने वाली कई सरकारी योजनाएं और नीतियां भी इसमें शामिल हैं।
रिपोर्ट में भारत में वृद्ध व्यक्तियों की जीवन स्थितियों और कल्याण की गहन समीक्षा के भी विवरण हैं। यह रिपोर्ट भारत में बुजुर्गों की देखभाल से जुड़ी चुनौतियों, अवसरों और संस्थागत प्रतिक्रियाओं पर भी प्रकाश डालती है। भारत बढ़ती आबादी के कारण जनसांख्यिकीय बदलाव की ओर बढ़ रहा है।