नोएडा। बिग बॉस ओटीटी-2 विजेता और चर्चित यूट्यूबर एल्विश यादव के खिलाफ थाना सेक्टर-49 में दर्ज मुकदमे की विवेचना अब थाना सेक्टर-20 पुलिस द्वारा की जाएगी। इस मामले में तत्कालीन थाना सेक्टर-49 के प्रभारी संदीप चौधरी को पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने लाइन हाजिर कर दिया है।
इस मामले में शुक्रवार की देर रात को गिरफ्तार किए गए पांच लोगो में से राहुल सहित तीन लोगों को नोएडा पुलिस ने न्यायालय से 14 दिन की पुलिस कस्टडी डिमांड की मांग की है। इस पर न्यायालय में बहस हो रही है। पुलिस अधिकारियो कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद ही इसमें आगे की कड़ी जोड़ी जाएगी। वहीं पुलिस अधिकारी इस बात से इनकार नहीं कर रहे हैं कि वह एल्विस यादव को पूछताछ के लिए बुलाएंगे।
पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने आज हमारे संवाददाता से एक विशेष बातचीत के दौरान कहा कि थाना सेक्टर-49 में एल्विस यादव और पांच सपेरों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना अब थाना सेक्टर-20 पुलिस द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की न्यायालय से पुलिस कस्टडी डिमांड मांगी गई है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड मिलने के बाद उनसे गहनता से पूछताछ की जाएगी, तथा इस पूरे प्रकरण की कड़ी से कड़ी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को इस जांच में कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि एल्विस यादव ने नोएडा में कोई पार्टी नहीं की है। उन्होंने हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली में पार्टी की है। उन्होंने बताया कि इस पूरे प्रकरण में गंभीरता से जांच की जा रही है।
मालूम हो कि थाना सेक्टर-49 में 2 नवंबर की रात को एल्विश यादव पर रेव पार्टी आयोजित करने, उसमें सांपों का जहर सप्लाई करने और विदेशी लड़कियां उपलब्ध कराने के आरोप में केस दर्ज हुआ था। चर्चित यूट्यूबर एल्विश और जेल भेजे गए आरोपी राहुल के बीच का कनेक्शन जोड़ने में नोएडा पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है।
मामला हाईप्रोफाइल हो जाने के बाद पुलिस संभल-संभल कर कदम आगे बढ़ा रही है। पीएफआई सदस्य के दावे भर से एल्विश के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया गया पर अभी तक की जांच में यूट्यूबर का मामले से सीधा संबंध निकल कर सामने नहीं आया है। नोएडा पुलिस का कहना है कि उसने अभी तक न तो एल्विश को क्लीन चिट दी है और न ही उसे आरोपी माना है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।
जांच के दौरान जो तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसी आधार पर पुलिस कार्रवाई करेगी। इस केस का राजफाश करने के लिए स्टेप बाई स्टेप एक पूरी स्क्रिप्ट तैयार की गई थी। पूरी स्क्रिप्ट हरियाणा के गुरूग्राम में लिखी गई। इसके बाद दिल्ली से मॉनिटरिंग और नोएडा में स्टिंग आपरेशन को अंजाम दिया गया। यूट्यूबर एल्विश के सांप के साथ सैकड़ों वीडियो व फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहे हैं।
कई बार एल्विश पर सांप की तस्करी करने व स्नैक बाइट के आरोप लगे थे। जिसके बाद सांसद मेनका गांधी द्वारा संचालित पीएफए संस्था इसकी पड़ताल में लग गई। इसके लिए पहले गुरुग्राम में तैयारी की गई और वहां पर रेव पार्टी आयोजन करने को लेकर एल्विश के लोगों से संपर्क किया गया लेकिन वहां बात नहीं बनी। इसके बाद इस स्क्रिप्ट को नोएडा में आगे बढ़ाया गया और पीएफए शुरुआती बाजी मार गई।