बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने शनिवार को माओवादियों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया है। सुरक्षा बलों ने रानीबोदली-कत्तूर रोड पर करीब 20 किग्रा का इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद करके उसे सुरक्षित नष्ट कर दिया। आईईडी को माओवादियों ने लगाया था, जिसे बीडीएस (बीजापुर) की टीम ने डीमाईनिंग ड्यूटी के दौरान डिटेक्ट किया और सुरक्षित तरीके से ब्लास्ट करके नष्ट कर दिया। सुरक्षा बलों की सतर्कता से माओवादियों के नापाक मंसूबों को विफल करते हुए आईईडी बरामद कर निष्क्रिय करने में सुरक्षा बलों को कामयाबी मिली। एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि माओवादियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से रानीबोदली-कत्तूर रोड पर करीब 20 किग्रा का आईईडी लगाया था। जवानों ने आईईडी को डिटेक्ट कर उसे सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। इसी के साथ सुरक्षा बलों की सतर्कता एवं सूझबूझ से माओवादियों की नापाक हरकत विफल हो गई। बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों ने शनिवार को ही मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को मार गिराया है। जिले के इंद्रावती क्षेत्र में जंगल में माओवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने एंटी नक्सल अभियान चलाया था।
बीजापुर और दंतेवाड़ा जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और कोबरा बटालियन 210 व 202 की संयुक्त टीमों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने घटनास्थल की तलाशी ली, जिसमें तीन वर्दीधारी माओवादियों के शव बरामद किए गए। इसके साथ ही भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री भी जब्त की गई। बरामद हथियारों में बंदूकें, गोला-बारूद और अन्य खतरनाक सामान शामिल हैं, जो माओवादियों की बड़ी साजिश की ओर इशारा करते हैं। सुरक्षा बलों का कहना है कि यह मुठभेड़ इंद्रावती के घने जंगलों में हुई, जहां माओवादी अक्सर छिपकर अपनी गतिविधियां चलाते हैं। इस इलाके में माओवादियों के खिलाफ अभियान को और तेज करने के लिए तलाशी अभियान जारी है। अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों की मौजूदगी की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया था।