Friday, November 22, 2024

मुज़फ्फरनगर के स्कूल में प्रतिमा स्थापित करने के प्रयास पर बवाल, संजीव बालियान व बीजेपी के खिलाफ लगे नारे

मुज़फ्फरनगर। चरथावल के ग्राम रोनी हरजीपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय नंबर एक के परिसर में सम्राट पृथ्वीराज चौहान के सेनापति धीर सिंह पुंडीर की प्रतिमा को लेकर विवाद खड़ा हो गया। सूचना पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी गांव पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने प्रतिमा हटाने से इंकार दिया। गांव में हंगामे की स्थिति बनी हुई थी और कुछ युवकों ने इस विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान के मुर्दाबाद के नारे भी लगाए जिसका वीडियो वायरल कर दिया गया। ग्रामीणों ने बीजेपी नेताओं को गांव में न घुसने देने की भी चेतावनी दी है।

जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी और एसएसपी संजीव सुमन भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और उत्तेजित ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। इसी बीच जय प्रकाश राणा ने आत्मदाह की चेतावनी दी  और कहा कि  मूर्ति नही हटने दी जाएगी, कई थानों की फोर्स मौके पर  बुला ली गई।

मुज़फ्फरनगर के चरथावल के ग्राम रोनी हरजीपुर में सम्राट पृथ्वीराज चौहान के सेनापति धीर सिंह पुंडीर की प्रतिमा को लेकर विवाद खड़ा हो गया। पन्नी से ढकी इस प्रतिमा का 12 जून को अनावरण होना तय किया गया था। शुक्रवार को समग्र शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक रामेंद्र कुमार की ओर से बिना अनुमति लगाई गई प्रतिमा का हटवाकर थाने में मुकदमा कायम कराने की तहरीर दी गई।

थाना प्रभारी राकेश शर्मा फोर्स लेकर गांव में पहुंच गए। जेसीबी से प्रतिमा हटवाने का प्रयास किया, लेकिन गांव के युवाओं ने विरोध शुरू कर दिया। किसान मजदूर संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष प्रशांत, हिन्दू संगठनों से जुड़े अंकुर राणा, ऋतिक मौके पर पहुंच गए। देर शाम तक तनातनी चलती रही।

एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत और एसडीएम सदर परमानंद झा भी मौके पर पहुंचे और सहमति बनाने का प्रयास किया। किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह का कहना है कि प्रतिमा लगाने को लेकर गांव में कोई जातीय तनाव नहीं है। प्रशासन बिना वजह तूल दे रहा है। धीर सिंह हमारे पूर्वज है, जो पृथ्वीराज के सेनापति थे। प्रतिमा को दूसरे स्थान पर लगाने के लिए प्रशासन को तीन दिन का समय देना चाहिए। इसके बाद प्रतिमा को वहां स्थापित करा दिया जाएगा। बारह जून को प्रतिमा अनावरण की तारीख तय है।

उन्होंने डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी से फोन पर वार्ता की। डीएम से बताया कि शासन के निर्देश के अनुपालन में किसी भी सरकारी अथवा सार्वजनिक स्थान पर कोई ढांचा नहीं बन सकता है। प्रतिमा ग्राम समाज की भूमि पर है।

देर रात मौके पर पहुंचे डीएम-एसएसपी ने ग्रामीणों को समझाबुझाकर उन्हें सरकारी भूमि से प्रतिमा हटाने के लिए राजी कर लिया।  एसएसपी संजीव सुमन ने ग्रामीणों से कहा कि क्या वे अपने नेता को बदनाम करना चाहते है कि उनके राज मेंआप लोग कानून को नहीं मान रहे है। उन्होंने कहा कि क्या नियम कानून है ?, क्या आप चाहते है कि सब नियम कानून तोड़ दे , अपने नेता की बात मानते है या उन्हें शर्मिंदा करना चाहते है ? डीएम- एसएसपी के समझाने के बाद ग्रामीण प्रतिमा हटाने पर राजी हो गए। सुने एसएसपी ने क्या कहा-

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