सहारनपुर। वरिष्ठ सपा नेता एवं पूर्व सांसद आजम खान रविवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद से मिलने उनके आवास छुटमलपुर पहुंचे। इस दौरान चंद्रशेखर पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार की होती है और जो सरकार कहती है वही करती है।
चंद्रशेखर ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि पुलिस ने जो खुलासा किया है वह अधूरा है। जब तक इस पूरे हमले के पीछे के लोग सामने नहीं आ जाते तब तक खुलासा अधूरा है। जब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक मैं संतुष्ट नहीं हूं। चंद्रशेखर ने ये भी कहा कि पुलिस उन्हे पकड़े जिन्होंने मेरी सुपारी दी है। यह भी कहा कि पुलिस ने बरामदगी में तमंचे दिखाए हैं लेकिन जिस तरह से फायरिंग हुई थी वो तमंचों से होना नहीं लगती।
इस दौरान आजम खान बोले कि मुझ पर और मेरी पत्नी पर ढाई सौ मुकदमे हैं। हम पर ठेके से शराब की बोतले लूटने, मुर्गियां लूटने, किताबे लूटने और बकरी भैंस लूटने के मुकदमे हैं। ऐसे में अगर मेरे जैसे व्यक्ति से आप पुलिस के बारे में पूछेंगे तो मैं तो तारीफ ही करूंगा। उन्होंने यह बात तंज भरे अंदाज में कहीं।
आजम खान जैसे ही चंद्रशेखर के गांव पहुंचे तो समर्थकों ने आजम खान जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। इस पर आजम खान ने नाराजगी जाहिर की और कहा कि हम दुर्घटना के बाद चंद्रशेखर से मिलने आए हैं। ऐसे में नारेबाजी नहीं होनी चाहिए। इसके बाद चंद्रशेखर और आजम खान की काफी देर तक चर्चा हुई ।आजम खान ने कहा कि आप से मिलने का मन था जो हमला हुआ वह निंदनीय है। आपके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। इसके बाद आजम खान और चंद्रशेखर मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए।