लखनऊ- समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी उप्र लखनऊ के समक्ष घोसी उपचुनाव में मतदान के दौरान पुलिस सीओ विनीत सिंह की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
श्री पटेल ने पुलिस सीओ विनीत सिंह की ड्यूटी घोसी में मतगणना स्थल पर नहीं लगाये जाने व मतदान के दिन अल्पसंख्यक बाहुल्य बूथों पर अल्पसंख्यकों को मतदान से रोकने, अल्पसंख्यक वर्ग के बुजुर्ग पुरुष एवं महिलाओं से अभद्रता करने तथा समाजवादी पार्टी समर्थक मतदाताओं पर बल प्रयोग करने और उनकी पिटाई करने के आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
श्री पटेल ने कहा है कि इस सम्बन्ध में जिला निर्वाचन अधिकारी, भारत निर्वाचन आयोग, चुनाव प्रेक्षक भारत निर्वाचन आयोग, सेक्टर मजिस्ट्रेट, रिटर्निंग ऑफिसर तथा पुलिस के उच्च अधिकारियों से श्री सिंह की कार्यशैली के बाबत कई बार शिकायतें की गई, किन्तु कोई कार्रवाई नहीं की गई।
श्री सिंह निर्वाचन क्षेत्र के किसी सर्किल में तैनात नहीं है, उनकी तैनाती निर्वाचन क्षेत्र से बाहर होने के बावजूद मतदान के दिन उनकी ड्यूटी निर्वाचन क्षेत्र में लगाकर चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया गया है। श्री सिंह की मतगणना स्थल पर मौजूदगी रहने पर मतगणना निष्पक्ष सम्पन्न नहीं हो सकेगी।
इसी बीच बुधवार को दिन भर आम जनता के बीच हार जीत की चर्चा होती रही। खास बात यह रही कि अलग-अलग दलों द्वारा दलित मतों में मजबूत पैठबाजी का दावा किया गया। मतगणना 8 सितंबर को होगा, लेकिन उसके पूर्व हार जीत की चर्चाओं से चट्टी चौराहे गुलजार नजर आते रहे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री व सपा विधायक दारा सिंह चौहान के अपने सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव हो रहा हैं। इस उपचुनाव में दारा सिंह चौहान भाजपा सिम्बल से चुनाव लड़ रहे हैं वहीं सुधाकर सिंह सपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में है। दो प्रत्याशियों के आमने-सामने इस चुनावी जंग में सबसे अधिक महत्व दलित मतदाताओं का बढ़ गया, जो बसपा के मूल वोटर माने जाते रहे हैं क्योंकि बहुजन समाज पार्टी से कोई प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं आया।
ऐसे में जब मतदान समाप्त हो गया जो लगभग 50 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। अब दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के साथ ही आम जनमानस भी हार जीत को लेकर कयासबाजी में शामिल हो गया है। सबसे बड़ी बात एक तरफ जहां लोग सुधाकर सिंह को स्थानीय प्रत्याशी होने के नाते सबके समर्थन की बात कर रहे हैं। वहीं दारा चौहान के लगातार दल बदलने के कार्यप्रणाली को देखते हुए उन पर दलबदलू होने का आरोप समाप्त नहीं हो पा रहा है। ऐसे में चुनाव कौन जीतेगा यह तो शुक्रवार को स्पष्ट हो जाएगा, लेकिन फिलहाल विधानसभा क्षेत्र घोसी के साथ समूचे जनपद में चट्टी चौराहे हार जीत के कयासबाजी से गुलजार नजर आने लगे हैं।