मेरठ। सपा ने मेरठ हापुड लोकसभा सीट से भानु प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाकर सभी को चौंका दिया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) ने लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। पार्टी ने छह उम्मीदवारों का एलान किया। जिसमें मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट को लेकर पार्टी में काफी खींचातान चल रही थी। आखिरकार सपा ने इस सीट पर पुराने चेहरों को छोड़कर नए चेहरे पर दांव चला है।
सपा ने मेरठ लोकसभा सीट से सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि इस सीट के लिए शाहिद मंजूर, रफीक अंसारी, अतुल प्रधान और योगेश वर्मा टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे। लेकिन पार्टी ने भानु प्रतास सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है।
दलित नेता भानु प्रताप सिंह पेशे से वकील हैं। बताया गया कि वे सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता हैं। समाजवादी पार्टी ने उन्हें मेरठ सीट से लोकसभा प्रत्याशी बनाकर विरोधी दलों को चौंका दिया है। भानु प्रताप सिंह ने ईवीएम बदलने की मांग जोर-शोर से उठाई थी। भानु प्रताप सिंह बुलंदशहर के रहने वाले हैं और फिलहाल दिल्ली में रहते हैं। उन्हें सपा में आपसी खींचतान का फायदा मिला है। हालांकि, पहले ही माना जा रहा था कि सपाइयों की आपसी खींचतान के चलते मेरठ में कोई नया चेहरा बाजी मार सकता है।
समर्थकों ने सोशल मीडिया पर भानु प्रताप सिंह के साथ फोटो डालने शुरू कर दिए हैं। सपा ने मेरठ लोकसभा सीट पर दलित कार्ड खेला है। वैसे योगेश वर्मा को टिकट देकर भी दलित कार्ड खेला जा सकता था पर आपसी खींचतान में योगेश वर्मा का टिकट कट गया है।