शामली। निराशाजनक प्रदर्शन के बीच भाजपा को कैराना लोकसभा सीट से भी हाथ धोना पड़ गया है। यहां पर सपा प्रत्याशी इकरा हसन ने भाजपा के निर्वतमान सांसद प्रदीप चौधरी को रिकार्ड मतों से हराकर जीत हासिल की है। इकरा की जीत से समर्थकों में खुशी का माहौल बना हुआ है।
मंगलवार को मतगणना के शुरूआती रूझानों से ही इकरा हसन बीजेपी प्रत्याशी प्रदीप चौधरी पर भारी पड़ती नजर आई। उन्होंने 528013 मत हासिल किए और भाजपा प्रत्याशी प्रदीप चौधरी को रिकार्ड 69116 वोट के अंतर से करारी शिकस्त दी। जीत के बाद इकरा हसन अपने भाई नाहिद हसन के साथ शामली के नवीन मंडी में स्थित मतगणना स्थल पर पहुंची, जहां पर डीएम शामली रविंद्र सिंह से उन्होंने जीत का प्रमाण पत्र लिया।
मां और भाई का हिसाब किया चुकता
इससे पूर्व वर्ष 2019 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने इकरा हसन की मां तबस्सुम को चुनाव में हराया था, जबकि प्रदीप इससे पूर्व 2012 के गंगोह विधानसभा चुनाव में इकरा हसन के भाई नाहिद हसन को भी हरा चुके थे. इकरा हसन ने कैराना लोकसभा सीट पर प्रदीप चौधरी को भारी मतों के अंतर से हराते हुए अपनी मां और भाई की हार का हिसाब—किताब भी चुकता कर लिया है।
बीजेपी को सुनाई खरी खोटी
जीत के बाद इकरा हसन ने कहा कि बीजेपी प्रोपरगैंडा चलाती है और जनता में फरेब परोसने का काम करती है, लेकिन अब जनता उनकी असलियत को पहचान चुकी है और आज के चुनाव परिणाम यह सिद्ध करते हैं। इकरा ने कहा कि कैराना की जनता ने पहले चरण के मतदान के साथ ही देशभर के लोगों को संदेश पहुंचाया था, जिसकी बदौलत आज पूरे देश में बीजेपी को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि वें विकास, महिला उत्थान और शिक्षा के क्षेत्र में काम करेंगी। लोगों की समस्याओं को संसद में उठाएंगी।