नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि स्टार्टअप महाकुंभ भारत की विकास गाथा को प्रतिबिंबित करता है। गोयल ने कहा कि उनका मानना है कि स्टार्टअप नए भारत की रीढ़ बनेंगे। आने वाला समय हमारा है।
गोयल ने नई दिल्ली में उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग के ‘स्टार्टअप महाकुंभ’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। गोयल ने भारत स्टार्टअप इकोसिस्टम रजिस्ट्री और स्टार्टअप महाकुंभ की वेबसाइट और लोगो भी लॉन्च की। उन्होंने देशभर में 57 विविध स्टार्टअप पदचिह्नों को एक मंच पर लाने के लिए इस आयोजन की सराहना की।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि स्टार्टअप सेक्टर नए भारत की रीढ़ है। उन्होंने स्टार्टअप महाकुंभ में उद्यमिता और नवप्रवर्तन के इच्छुक युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि यह एक वार्षिक कार्यक्रम की शुरुआत का प्रतीक है, जो 2016 में अपनी स्थापना के बाद से स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की सफलता की कहानियों और क्रांति को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। गोयल ने कहा कि स्टार्टअप क्षेत्र ने विभिन्न क्षेत्रों में विचारों के साथ नवाचार करने की अपनी क्षमता साबित की है। जैसे गतिशीलता, भोजन और कपड़ा आदि।
गोयल ने उद्यमियों से आह्वान किया कि वे ‘चूकें नहीं’ और अधिक से अधिक अवसरों का लाभ उठाएं, क्योंकि भारत 2047 तक 35 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि आगामी व्यापक कार्यक्रम देशभर में चल रही स्टार्टअप क्रांति को प्रदर्शित करेगा। गोयल ने विश्वास जताया कि युवा भारतीय ‘अमृत काल’ में देश की नियति को आकार देंगे। उन्होंने युवाओं से कहा कि भारत की कहानी को बाकी दुनिया तक ले जाएं।
वाणिज्य मंत्री ने एक अन्य कार्यक्रम भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ के ‘विकसित भारत@2047: विकसित भारत और उद्योग’ पर आयोजित सत्र को संबोधित किया। उन्होंने आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में विनिर्माण क्षेत्र की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने संबोधन में हितधारकों से भारत को वैश्विक विनिर्माण पावरहाउस के रूप में स्थापित करने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों को बढ़ावा देने का आग्रह किया।