नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के नतीजे का ऐलान कर दिया है। 31 मार्च, 2024 को समाप्त (जनवरी-मार्च) चौथी तिमाही में बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ 18.18 फीसदी बढ़कर 21,384.15 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
एसबीआई ने गुरुवार को शेयर बाजार को बताया कि 31 मार्च, 2024 को समाप्त चौथी तिमाही में बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ 18.18 फीसदी बढ़कर 21,384.15 करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में बैंक को 18,093.84 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
बैंक ने बताया कि एकल आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान उसका मुनाफा सालाना आधार पर 16,694.51 करोड़ रुपये से बढ़कर 20,698.35 करोड़ रुपये हो गया। एसबीआई की कुल आय सालाना आधार पर 1.06 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.28 लाख करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान बैंक का परिचालन व्यय सालाना आधार पर 29,732 करोड़ रुपये से बढ़कर 30,276 करोड़ रुपये हो गया। बैंक के डूबे कर्ज के लिए प्रावधान 3,315 करोड़ रुपये से घटकर 1,609 करोड़ रुपये रह गया है।
एसबीआई के मुताबिक चौथी तिमाही के बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 2.24 फीसदी रह गयीं, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 2.78 फीसदी और अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के अंत में 2.42 फीसदी था। इसके अलावा एसबीआई का पूरे वित्त वर्ष 2023-24 का मुनाफा 20.55 फीसदी बढ़कर 67,084.67 करोड़ रुपये रहा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में 55,648.17 करोड़ रुपये रहा था।