नई दिल्ली। रेफ्रिजेरेंट और इंडस्ट्रियल गैस का प्रोडक्शन करने वाली कंपनी स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स लिमिटेड ने आज शेयरों की लिस्टिंग के जरिए स्टॉक मार्केट में जोरदार एंट्री की। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 90 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई और एनएसई पर 33.33 प्रतिशत प्रीमियम के साथ इसकी लिस्टिंग 120 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के तुरंत बाद खरीदारों ने इसे हाथों हाथ लिया, जिससे थोड़ी देर में ही ये शेयर उछल कर 125.99 रुपये के अपर सर्किट लेवल पर पहुंच गया। इस तरह कंपनी के आईपीओ निवेशकों को पहले दिन ही 39.99 प्रतिशत का फायदा हो गया।
स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स लिमिटेड का 160.73 करोड़ रुपये का आईपीओ 16 से 20 जनवरी के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से जोरदार रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 188.32 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 172.93 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 422.35 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 96.81 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
इस आईपीओ के तहत 160.73 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 43,02,656 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बेचे गए हैं। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, कंपनी की सेमीकंडक्टर एंड स्पेशलिटी गैस डीबल्किंग फैसिलिटी की कैपिटल एक्सपेंडिचर को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत मामूली उतार चढ़ाव के साथ लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 21.11 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में गिर कर 9.75 करोड़ के स्तर पर आ गया। इसके बाद 2023-24 में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़ कर 14.79 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 12 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर से बढ़कर 263.23 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही यानी अप्रैल से सितंबर 2024 के बीच कंपनी को 16.57 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है। इस तरह इस अवधि में कंपनी 141.53 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल कर चुकी है।