दिल्ली। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित यूपीएससी कोचिंग सेंटर में पानी भरने से विद्यार्थियों की हुई मौत के बाद कोचिंग सेंटर के बाहर छात्रों का प्रदर्शन जारी है। छात्र मृतकों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा, जर्जर हो चुकी इमारतों, बेसमेंट में चल रहे पीजी, लाइब्रेरी, और रेस्त्रां पर सरकार द्वारा नियमावली लाने जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्र सलमान ने आईएएनएस से कहा, “हम चाहते हैं कि प्रशासन का कोई अधिकारी आए और हमारी डिमांड सुने और उस पर लिखित रूप से जवाब दे। यहां पर हमारे दो दिन के धरना प्रदर्शन करने के बावजूद कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं आया है। राजनीतिक पार्टियों के लोग आते तो हैं, लेकिन दूर खड़े रहकर विरोधी दलों की बुराइयां कर चले जाते हैं।
हम लोगों की बात सुनने नहीं आते। राऊ आईएएस ने मृतक छात्रों के परिवारों को जो मुआवजा राशि दी है वह इस प्रेस रिलीज में मेंशन नहीं की है। हमें पीड़ित परिवार के लिए कम से कम एक करोड़ का मुआवजा चाहिए।” “इसके अलावा यहां पर जितने पीजी, लाइब्रेरी, और रेस्त्रां बिल्डिंग के नीचे के तल से चल रहे हैं, उन पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें बंद किया जाए। जिन इमारतों की जीवन अवधि खत्म हो चुकी है, उनका एनओसी कैंसिल किया जाए। इस इलाके में जर्जर हो चुकी करीब बीस से तीस इमारतों में कई छात्र किराया देकर रह रहे हैं। उसके लिए भी नियम बनाए जाएं। यहां के सीसीटीवी सिस्टम और पानी के निकास की व्यवस्था भी एकदम जर्जर हो चुकी है, जिसे भी ठीक किया जाए”।
इसके साथ ही यूपीएससी परीक्षा में घोटाले का आरोप लगाते हुए उसने कहा, “हम देश के सबसे मुश्किल परीक्षा यूपीएससी की तैयारी बड़ी ही कठिनाइयों से कर रहे हैं, और यूपीएससी परीक्षा में भी घोटाले हो रहे हैं। हमारी यह मांग है कि एक प्रशासनिक कमेटी बनाकर इन घोटालों को रोका जाए”। बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम हुई बारिश से ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था। पानी में डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी। राजेंद्र नगर थाने में इस मामले में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।