नोएडा। गाजियाबाद व नोएडा और गौतमबुद्ध नगर में कुत्तों के काटने का मामला लगातार सामने आ रहा है। यहां हर दिन तकरीबन 400 लोग डॉग अटैक के शिकार होते हैं। यही नहीं, इन शहरों में सड़कों पर 1.25 लाख से ज्यादा कुत्ते टहल रहे हैं।
वही नोएडा में रिटायर्ड IAS सुबोध मेहता गुरुवार को मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। तभी आवारा कुत्ते ने उन पर अटैक कर दिया। इसमें वह घायल हो गए। वहीं, गाजियाबाद में 14 साल के बच्चे की कुत्ते के काटने से मौत हो गई। यहां कुत्तों की वजह से केवल बच्चे ही परेशान नहीं हो रहे, बड़ी सोसाइटियों में इन्हें पालने के शौक की वजह से लोगों के आपसी संबंध तक बिगड़ने लग गए हैं। गाजियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र में चरण सिंह कॉलोनी है। यहां रहने वाले 14 साल के शाहवेज को करीब डेढ़ महीने पहले पड़ोसी के कुत्ते ने काट लिया था। डर के चलते शाहवेज ने यह बात फैमिली को नहीं बताई। धीरे-धीरे रेबीज इन्फेक्शन पूरे शरीर में फैल गया। 1 सितंबर को शाहवेज को दिक्कत होनी शुरू हो गई।
फैमिली ने एम्स दिल्ली, GTB दिल्ली और मेरठ-गाजियाबाद के कई बड़े हॉस्पिटल में दिखाया। मगर, डॉक्टरों ने शाहवेज को लाइलाज घोषित कर दिया। आखिरकार 4 सितंबर को शाहवेज ने एम्बुलेंस में पिता याकूब की गोद में दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद लोग अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद सचेत हो गए हैं। वही प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने भी इस घटना में गाजियाबाद के चिकित्सा अधिकारियों से जवाब-तलब किया है। वहीं, डॉग मालिक फैमिली पर FIR दर्ज कर ली गई है।
वही नोएडा की इस घटना के बाद से ही सोसाइटी के निवासियों में काफी रोष देखने को मिल रहा है। लोगों का कहना है कि इतनी महंगी सोसाइटी में रहने के बावजूद सोसाइटी में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इनका आतंक बढ़ रहा है। आए दिन यह कुत्ते किसी न किसी को अपना निशाना बनाते रहते हैं।