मुजफ्फरनगर। आज संसद में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट से भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकैश टिकैत असहमत नजर आए। राकैश टिकैत ने कहा कि बजट में कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपए किया गया है जबकि बजट में किसानों को कर्ज की नहीं बल्कि राहत देने की बात होनी चाहिए थी।
आपको बता दें कि राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर भारतीय किसान यूनियन के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे चौधरी राकेश टिकैत आज वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट से असहत नजर आए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा संसद में पेश किया गया बजट पूरी तरह से निराशाजनक है।
भाकियू प्रवक्ता ने केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपए किए जाने के ऐलान पर कहा है कि किसानों को केंद्र सरकार कर्ज देने की बात कर रही है। जबकि किसानों को राहत देने की बात की जानी चाहिए थी।
उन्होंने कहा है कि नए बजट से आने वाले समय में लैंड बैंक बनेंगे जिसके चलते किसानों की भूमि पर कब्जा कर लिया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि सरकार की ओर से दिए जाने वाले कर्ज के बोझ तले किसान आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम उठाने की ओर अग्रसर होंगे।