गाजियाबाद। काफेडरेशन ऑफ आर डब्लू ए फेडरेशन गाजियाबाद(कोरवा यूपी) के पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता की। जिसमें कोरवा यूपी के अध्यक्ष ने मांग रखी कि जूस की दुकानों का आगे का हिस्सा 3 फीट से अधिक ऊंचा नहीं होना चाहिए।
इस दौरान कोरवा-यूपी के मुख्य संरक्षक कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने कहा कि वर्तमान में जब भी कोई धार्मिक जुलूस निकलता है तो उस पर पत्थरबाजी होती है। धार्मिक जुलूस बिना इजाजत और बिना रूट प्लान तैयार के नहीं निकाला जा सकता। पुलिस को मालूम होता है कि रूट कौन सा है और इस रूट पर पथराव कहाँ से हो सकता है। खुफिया एजेंसी के माध्यम से या ड्रोन से या अन्य किसी साधन से पहले ये जानकारी जुटाई जाए बजाय इसके की जब घटना घट जाए तो हम धर पकड़ करना शुरू करें।
कोरवा-यूपी के अध्यक्ष पवन कौशिक ने कहा कि जूस की दुकानें असामाजिक होती जा रही हैं। शाम होते ही इन दुकानों पर जूस में दारू मिलाकर पीने वाले लोग इकट्ठा होने लगते है। अब यह सामने आया है कि जूस में लोग मानव मूत्र मिलाकर पिला रहे हैं। हर जूस की दुकान के आगे पाँच-छह फीट ऊंचा फ्रंट बना होता है। यह पता ही नहीं लगता कि इसके पीछे क्या चल रहा है। जूस में मिलावट हो रही है या सड़े गले फलों का जूस निकाला जा रहा है। जूस की दुकानों पर फ्रंट प्लेटफ़ॉर्म की ऊंचाई को अधिकतम तीन फीट तक रखने का आदेश दिया जाए तो आधी समस्या खत्म हो जाएगी।