गाजियाबाद। हेलमेट पहनकर दिनदहाड़े गाजियाबाद से दिल्ली तक आतंक मचाता था। सुबह होते ही चेन लूट और मोबाइल लूट की वारदातों को अंजाम देता था सरगना। पुलिस से हुई मुठभेड़ में चेन और फोन लूट के सरगना को गोली लगी और वो घायल हो गया।
शालीमार गार्डन पुलिस ने शनिवार रात राजेन्द्र नगर में डीएवी स्कूल के पास एनसीआर में चेन और फोन लूटने वाले बदमाशों के सरगना को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। सरगना से हुई पूछताछ में उसने सनसनीखेज खुलासा किया। उसके पास से चोरी की बाइक, तमंचा और कारतूस के अलावा ढाई हजार रुपए मिले हैं।
एसीपी शालीमार गार्डन सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि मुठभेड़ में घायल अनस पुत्र नफीस निवासी राजीव कॉलोनी डीएलएफ थाना शालीमार गार्डन को गिरफ्तार किया है। उसे शनिवार रात 12 बजे के बाद टीम ने ईएसआईसी अस्पताल के सामने चेकिंग के दौरान रोका था। तभी उसने पुलिस पार्टी पर तमंचे से फायरिंग कर दी और राम मनोहर लोहिया पार्क की तरफ बाइक से भागने लगा।
टीम ने तुरंत वायरलेस पर मैसेज थाने में बदमाश के भागने की सूचना दी। पुलिस टीम ने दोनों तरफ से घेराबंदी करते हुए अनस को डीएलएफ स्कूल के गेट नंबर तीन की तरफ घेर लिया। वह तेज रफ्तार में बाइक से चलने से सड़क पर गिर पड़ा। पैर में गोली लगने से घायल अनस को टीम ने तुरंत पकड़ कर उसकी तलाशी ली। जिसमें एक तमंचा 315 बोर, कारतूस, चोरी की बाइक और विभिन्न लूट की घटनाओं से संबंधित ढाई हजार रुपए बरामद किए हैं।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह चेन और फोन लूटने वाले गिरोह का सरगना है। दिनदहाड़े लूट की घटना करने के लिए वह भी अपने साथियों के साथ हेलमेट पहनकर बाइक पर साथ चलता था। घटना के दौरान यदि वह पुलिस को पीछा करते देख लेता था तो पहचान के बाद पकड़े जाने से डर से बाइक के नंबर प्लेट को छिपा देता था।
एसीपी के मुताबिक, अनस पिछले चार-पांच सालों से दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग इलाकों में लूट की घटनाओं को अंजाम देता रहा है।