सहारनपुर। एक महिला सहारनपुर जिलाधिकारी के कार्यालय पर पहुंची। जहा ठिठुर रही महिला ने अपने कांपते हुए हाथों से एक प्रार्थना पत्र निकालते हुए डीएम की ओर बढ़ा दिया और कहा कि साहब मैं अकेली रहती हूं, कोई सहारा नहीं है। आज तक वृद्धा पेंशन भी नहीं बनी है। मैं लंबे समय से पेंशन के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रही थी। इसी दौरान जिलाधिकारी को अपने कार्यालय में एक और बुजुर्ग दिखाई दिए तो उन्होंने कहा कि ऐसा करो कि दो कंबल लोकर आओ। इसके बाद जिलाधिकारी ने महिला और बुजुर्ग दोनों को ही कंबल दिए।
इसके बाद जिलाधिकारी ने अपने अधीनस्थों को आदेश दिया और कि महिला की पेंशन तुरंत बनवाई जाए। बुजुर्ग महिला ने इसके बाद जिलाधिकारी को आशीर्वाद दिया और बोली साहब पहली बार ऐसा हुआ है कि उनकी बात को गंभीरता से सुना गया। महिला ने बताया कि इससे पहले भी वो दफ्तरों के चक्कर लगा रही थी लेकिन पेंशन नहीं बन पा रही थी। यह पहली बार नहीं है।
सहारनपर जिलाधिकारी डॅाक्टर दिनेश चंद्र ने कंबल बांटने शुरू कर दिए थे। अधीनस्थों ने बताया कि जिलाधिकारी अपनी गाड़ी में भी कंबल रखते हैं। कार्यालय में या रास्ते में उन्हे जो भी जरूरतमंद बुजुर्ग दिखाई देता है उसे कंबल जरूर देते हैं।