वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खेल और खिलाड़ियों के विकास के प्रति कटिबद्धता का इजहार करते हुये कहा कि देश की आर्थिक प्रगति में खेलों की भूमिका अहम है और आज पूरी दुनिया क्रिकेट के जरिये भारत से जुड़ रही है।
वाराणसी में करीब 451 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास के मौके पर
मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार का मानना है कि खेल के बुनियादी ढांचे की मजबूती न सिर्फ युवा खेल प्रतिभाओं के पोषण पर सकारात्मक प्रभाव डालती है बल्कि इसका प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर भी अनुकूल रहता है। वाराणसी में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण खेलों को लोकप्रिय बनाने और युवाओं के बीच खेल प्रतिभा को निखारने में मदद करेगा। देश में जो नया स्पोर्ट्स इंफ्रेस्टेक्चर तैयार हो रहा है, उसका लाभ बेटियों को मिलेगा। अब बेटियों को खेल के प्रशिक्षण के लिए दूर नहीं जाना होगा।
उन्होने कहा कि नई शिक्षा नीति में भी खेल को एक अहम स्थान दिया गया है। देश के सभी राज्यों में खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। देश में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है, अब जरूरत सिर्फ इन प्रतिभाओं को तलाशने और तराशने की है और इस दिशा में सरकार की ओर से भी देश के कोने-कोने में खिलाड़ियों की पहचान की जा रही है। उन्होने कहा कि खेल के प्रति लोगों का नजरिया अब बदला है क्योंकि लोगों को पता चल चुका है कि जो खेलेगा वही खिलेगा और देश में खेल के विकास के लिये यह शुभ संकेत है।
चीन के हांगझाऊ में आज से शुरू होने वाले 19वें एशियाई खेलों में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनायें देते हुये उन्होने कहा कि उनका प्रदर्शन भारत को नयी पहचान दिलाने में मददगार होगा।
मोदी ने कहा “ कुछ महीने पहले मैं शहडोल गया था। यहां कुछ नौजवानों से मिलने का मौका मिला। उनकी बातों से प्रभावित हुआ। वहां के युवाओं ने कहा कि हमारे यहां मिनी ब्राजील है। हमारे यहां घर में फुटबॉल खिलाड़ी है। एक ने बताया कि हमारे घर में तीन पीढ़ी से फुटबॉल खेली जा रही है। यह खेल के प्रति देश के बदले नजरिये को दर्शाता है। ”
प्रधानमंत्री ने कहा कि वाराणसी में निर्मित होने वाला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भारत का पहला बहुस्तरीय खेल परिसर होगा, जो दिव्यांगजनों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। ये स्टेडियम न सिर्फ वाराणसी बल्कि पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान जैसा होगा। इस स्टेडियम के पूरा होने पर 30 हजार से ज्यादा दर्शक यहां बैठकर मैच देख पाएंगे। जबसे इस स्टेडियम की तस्वीरें बाहर आई है, उन्हें देखकर हर काशीवासी गदगद हो गया है।
मोदी ने कहा कि आज क्रिकेट के जरिए दुनिया भारत से जुड़ रही है। नए-नए देश क्रिकेट खेलने के लिए आगे आ रहे हैं। जाहिर है कि आने वाले दिनों में क्रिकेट मैचों की संख्या बढ़ने वाली है। जब मैचों की संख्या बढ़ेगी तो नए स्टेडियमों की जरूरत भी पड़ेगी। तब बनारस का ये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम इस डिमांड को पूरा करेगा। ये पूरे पूर्वांचल का चमकता हुआ सितारा बनने वाला है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत हर-हर महादेव के उदघोष से की। उन्होने कहा “ आज फिर से बनारस आवे के मौका मिलल हौ।” उन्होने कहा “ आज मैं एक ऐसे दिन काशी आया हूं जब चंद्रमा के शिव शक्ति बिंदु तक पहुंचने का भारत का एक महीना पूरा हो रहा है। शिव शक्ति यानी वो स्थान जहां बीते महीने की 23 तारीख को हमारा चंद्रयान लैंड हुआ था। एक शिव शक्ति का स्थान चंद्रमा पर है और दूसरा स्थान मेरी काशी में है। यह स्टेडियम भगवान शिव की थीम पर बनेगा।”
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्रिकेट समूची दुनिया को जोड़ने का काम कर रहा है। काशी में बनने वाले स्टेडियम के लिये वह बीसीसीआई के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। उन्होेने बीसीसीआई के पदाधिकारियों और पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर,सचिन तेंदुलकर समेत अन्य का स्वागत करते हुये कहा कि दो वर्ष के दौरान पूरे देश में कार्य संस्कृति को देखा है। अभूतपूर्व विकास हुआ है। फिट इंडिया, खेलों इंडिया सहित तमाम इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास देश में हुआ है।
मंच पर मौजूद बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सचिव जय शाह के अलावा उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने प्रधानमंत्री को स्मृति चिन्ह के रूप में क्रिकेट के बल्ले की आकृति भेंट की जबकि सचिन तेंदुलकर ने उन्हे भारतीय टीम की जर्सी प्रदान की। मोदी ने सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री से हाथ मिला कर उनका हालचाल जाना।
इससे पहले मोदी वायुसेना के विमान से हवाई अड्डे पहुंचे जहां उनका स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। श्री मोदी हेलिकॉप्टर के जरिये पुलिस लाइन मैदान पहुंचें जहां से वह सीएम योगी के साथ खुले वाहन में सवार होकर गंजारी स्थित जनसभा पहुंचे।