उन्होंने कहा कि भारत में मध्यप्रदेश भ्रष्टाचार की राजधानी बन चुका है। भाजपा नेताओं के बीच में रेस चल रही है कि कौन किसानों और मजदूरों से सबसे ज्यादा पैसा लूटेगा, लेकिन पार्टी नेताओं के यहां इनकम टैक्स, ईडी या सीबीआई की कोई टीम नहीं पहुंची।
श्री गांधी ने कहा कि जब से देश में मोदी सरकार आई है तभी से छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ने का काम जारी है। भाजपा सरकार गरीबों से पैसा लेती है और बैंकों का पूरा पैसा अपने उद्योगपति मित्रों को देती है। कांग्रेस की सरकार ने मनरेगा दिया, जिससे गरीबों की जेब में पैसा पहुंचा। पिछले 18 साल की भाजपा सरकार ने प्रदेश में छोटे व्यापारी, किसान और युवाओं को प्रताड़ित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह कांग्रेस ने प्रदेश में पिछली बार किसानों का कर्ज माफ किया था इस बार फिर से कर्ज माफ होगा।
उन्होंने कांग्रेस द्वारा सरकार बनने की स्थिति में जातिगत जनगणना के अपने वादे को एक बार फिर दोहराया। उन्होंने कहा कि देश में सरकार आने पर पूरे देश में जातिगत जनगणना होगी। श्री गांधी ने कहा कि प्रदेश में 18000 किसानों ने कर्ज लेकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि जैसे ही 2018 की कांग्रेस सरकार ने किसानों और मजदूरों के लिए काम करना शुरू किया, भाजपा ने खरीद फरोख्त और चोरी करके कांग्रेस की सरकार हड़प ली।
श्री गांधी ने कहा कि कांग्रेस का काम किसान और आदिवासियों को मजबूत करना है। भ्रष्टाचार पर बोलते हुए श्री गांधी ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश पहला ऐसा राज्य है, जहां मरे हुए लोगों का भी इलाज होता है। उन्होंने राज्य के अन्य कथित घोटालों का भी जिक्र किया।