नयी दिल्ली। इस वर्ष देश में उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर के हिस्सों को छोड़कर अधिकांश हिस्सों में जून-सितंबर के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून अवधि में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को मौसम पूर्वानुमान में यह जानकारी दी। आईएमडी के मुताबिक उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम रविचंद्रन ने कहा, “पूरे देश में इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के तहत एक जून से 30 सितंबर के बीच अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। इस साल देश में दीर्घावधि औसत बारिश 106 प्रतिशत रहने का अनुमान है। उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में बारिश सामान्य से कम हो सकती है।”
श्री रविचंद्रन ने कहा कि 106 फीसदी बारिश सामान्य से अधिक की श्रेणी में आती है और अगर दीर्घावधि औसत की 105 फीसदी से 110 फीसदी के बीच बारिश होती है तो इसे सामान्य से अधिक माना जाता है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में ऋतुनिष्ठ वर्षा का दीर्घावधि औसत 87 सेंटीमीटर है।
उन्होंने कहा कि देश में अच्छे मानसून से संबंधित ला नीना की स्थिति अगस्त-सितंबर तक सक्रिय होने का अनुमान है।
इन राज्यों में ज्यादा बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने इस साल मॉनसून में अच्छी बारिश का अनुमान जता दिया है। इसके साथ ही उन 20 राज्यों के बारे में भी बताया है जहां इस मॉनसून में जमकर बारिश होगी। इस साल केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, प.बंगाल, सिक्किम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पुड्डुचेरी, अंडमान निकोबार द्वीप समूह, लक्षदीप, दादरा और नगर हवेली, दमन-दीव खूब बरसात देखने को मिलेगी।
इन राज्यों में होगी कम बारिश
आईएमडी प्रमुख ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना दिख रही है। उनके मुताबिक इसी तरह से पूर्वोत्तरी राज्यों- असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, नगालैंड और अरूणाचल प्रदेश के आसपास के इलाकों में भी सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही पूर्वी राज्यों- ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के कुछ हिस्सों व पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों में भी सामान्य से भी कम वर्षा होने का अनुमान है।