नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित इको विलेज-वन सोसायटी के निवासियों ने लावारिस कुत्तों के हमलों से परेशान होकर सोसायटी परिसर में विरोध-प्रदर्शन किया। उन्होंने लावारिस कुत्तों को सोसायटी से बाहर रखने और नसबंदी कराने की मांग प्राधिकरण से की।
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सोशल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि लावारिस कुत्तों के हमलों से परेशान होकर सोसाइटी के लोगों ने हाथों में स्लोगन, हाथ से बनीं पेंटिंग और पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। पेंटिंग में छोटे बच्चे भागते हुए और उनके पीछे कुत्ते दौड़ते हुए दर्शाए गए थे। सभी पेंटिंग और स्लोगन बच्चों द्वारा गए लिखे थे।
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उन्होंने कहा कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से मांग है कि सोसायटी में लावारिस कुत्तों के आने पर प्रतिबंध लगे। जिससे सोसायटी के लोग परिसर में सुरक्षित माहौल में घूम सकें। वहीं प्रदर्शन के दौरान अन्य लोगों ने एकजुट होकर कहा कि हम अपनी सोसायटी में जमा हुए लावारसि कुत्तों से परेशान और आतंकित हैं। ये कुत्ते सोसायटी के छोटे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों पर अचानक हमला कर देते हैं।
इनमें से कई लोग हाल ही में गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। ये आवारा कुत्ते अब रोजाना स्थानीय लोगों को काटते हैं और बच्चों का पार्क में खेलना और महिलाओं और पुरुषों का अपनी सोसायटी के परिसर में टहलना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि हममें से कोई भी इन आवारा कुत्तों का दुश्मन नहीं है, लेकिन जब बात छोटे बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों या अपने परिवार के किसी सदस्य की जान जोखिम में डालने की आती है, तो हमें इन आवारा कुत्तों के आतंक से बचाने की गुहार प्रधिकरण से लगाई है।
हमने कई बार विरोध किया और इन कुत्तों को यहां से भगाने का प्रबंध भी किया, लेकिन कुछ तथाकथित कुत्ता प्रेमी सोसायटी में आकर हमें धमकाने लगते हैं कि अगर हमने इन आवारा कुत्तों के साथ बुरा व्यवहार किया या इन्हें यहां से भगाया तो हमसे बुरा कोई नहीं होगा। सोसायटी के सभी निवासी बहुत ही भ्रमित और भयभीत हैं कि इस गंभीर और खतरनाक समस्या से कैसे निजात पाया जाए।
सोसायटी के लोगों का कहा कि सोसायटी में 6500 से अधिक यहां परिवार रहते हैं। कुत्ते पार्क, पार्किंग या फिर बेसमेंट में अचानक कुत्ते हमला कर देते हैं। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। दो दिन पहले ही सोसाइटी के गेट नंबर दो पर आठ वर्षीय बच्ची को काट लिया था। उसके कपड़े भी फट गए थे। कुत्तों के चलते इतनी बड़ी संख्या में लोग सोसाइटी में रहकर भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सोसाइटी में रहने वाले शशिभूषण शाह, नसरुल्ला खान, आनंदपाल सिंह, सतेंद्र सिंह आदि का कहना है कि कुत्तों की समस्या को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा नियम बनाए गए हैं, लेकिन प्राधिकरण के अधिकारी और उनका पालन कराने वाली एजेंसी लापरवाही बरत रही है। लोगों की मांग है कि कुत्तों के पार्क, बच्चों के खेल मैदान, पार्किंग और बेसमेंट में आने पर प्रतिबंध लगाया जाए।