नयी दिल्ली। कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सरकार के वहां शांति बहाल होने के दावों को खोखला बताया और कहा कि पिछले तीन दिन में तीन हमलों ने हिंसा खत्म होने के सरकार के दावों की पोल खोल दी है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने बुधवार को यहां एक बयान में आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा की और कहा कि आतंकवाद से लड़ने में कांग्रेस राष्ट्र के साथ एकजुटता के साथ खड़ी है।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 3 दिन में 3 आतंकी हमलों को अत्यंत गंभीर बताते हुए प्रधानमंत्री से सवाल किए कि आखिर उनकी नज़र रियासी पर क्यों नहीं है। मोदी ने शपथ ग्रहण के बाद पाकिस्तानी नेताओं को ट्वीट कर जवाब दिया लेकिन क्रूर आतंकवादी हमलों की निंदा करने का उन्हें समय नहीं मिला। ऊंज कहना था कि पिछले 10 साल में मोदी सरकार की झूठी छाती ठोकने की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है और निर्दोष लोग कायरतापूर्ण आतंकी हमलों के शिकार हुए हैं। सबकुछ पहले जैसा ही चल रहा है।
प्रवक्ता ने कहा “जब मोदी और उनकी एनडीए सरकार शपथ ले रही थी और कई राष्ट्राध्यक्ष देश में मौजूद थे उसी समय जम्मू- कश्मीर के रियासी जिले में एक भयानक और वीभत्स आतंकी हमला हुआ जिसमें नौ लोग मारे गए और कम से कम 33 घायल हो गए। आतंकवादियों ने शिव खोरी मंदिर से कटरा जा रहे तीर्थयात्रियों से भरी बस पर गोलीबारी की और मासूम बच्चों को भी नहीं बख्शा गया।
पीड़ितों को स्वयंभू ‘परमात्मा’ प्रधानमंत्री से सहानुभूति के एक शब्द भी नहीं मिले। कठुआ में एक और आतंकी हमला हुआ जिसमें एक नागरिक घायल हो गया। कल डोडा के छत्रकला में आतंकवादी मुठभेड़ में 6 सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक घायल हो गया। तीन दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों की बाढ़ आ गई है जबकि पीएम मोदी पाकिस्तानी नेताओं – नवाज शरीफ और पाक पीएम शाहबाज शरीफ के बधाई ट्वीट्स पर प्रतिक्रिया पोस्ट करने में व्यस्त हैं। उन्होंने नृशंस आतंकी हमलों पर एक भी शब्द क्यों नहीं बोला। उन्होंने चुप्पी क्यों साध रखी है।”