सीकर। फतेहपुर के सरदारपुरा इलाके में मंगलवार काे सीवरेज टैंक की सफाई करने उतरे तीन मजदूरों की मौत हो गई। एक को बचाने के लिए उसके दो साथी टैंक में उतरे थे।
फतेहपुर एसएचओ सुभाष बिजारणियां ने बताया कि एलएनटी कंपनी की ओर से सीवरेज के टैंक की सफाई करवाई जा रही थी। घटना से वाल्मीकि समाज में रोष है। राजकीय हॉस्पिटल के बाहर भारी संख्या में लोग धरने पर बैठे गए। समाज के लोगों ने तीनों मृतकों के आश्रितों को एक-एक करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी देने की मांग रखी।
स्थानीय निवासी प्रदीप हटवाल ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले सज्जन (30), मुकेश (35) और महेंद्र (38) है। तीनों अपने घर में इकलौते कमाने वाले थे। सज्जन के एक लड़का एक लड़की है। मुकेश के तीन बेटियां हैं। वहीं महेंद्र के दो बेटियां और दो बेटे हैं। प्रदीप ने बताया कि एक मजदूर 20 फीट गहरे टैंक में नीचे उतरकर सफाई कर रहा था। इस दौरान वह बेहोश हो गया। उसके दो साथी बचाने के लिए अंदर गए, लेकिन वे भी बेहोश हो गए। तीनों मजदूरों को बाहर निकालकर हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे की सूचना पर विधायक हाकम अली खान समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
गाैरतलब है कि मैनुअल स्कैवेंजिंग एक्ट 2013 के तहत सीवर टैंक की सफाई के लिए किसी भी व्यक्ति को उतारना पूरी तरह गैर-कानूनी है। इसमें प्रावधान है कि अगर विशेष परिस्थितियों में सीवरेज सफाई के लिए व्यक्ति को चैंबर में उतारा जाता है तो कुछ नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।