मेरठ। मध्य रात्रि हरिद्वार के भीमगोड़ा बैराज से गंगनहर में तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया। जो आज भोला झाल पहुंच गया। इसमें से 1800 क्यूसेक पानी छठ पूजन के लिए हिंडन नदी को दिया गया है। इसमें से कुछ पानी मुरादनगर से दिल्ली की जलापूर्ति को दिया जाएगा। अभी रजबहे साफ न होने के कारण किसानों को नहर का पानी मिलने में समय लगेगा।
हरिद्वार से निकलने वाली गंगनहर की क्षमता आठ हजार क्यूसेक की है। एक अक्तूबर को नहरों की मरम्मत और सफाई के लिए हरिद्वार से जलापूर्ति बंद कर दी गई थी। अभी तक रजबहे और माइनरों की सफाई अधूरी है। लेकिन छठ पर्व होने के कारण 31 अक्तूबर की मध्य रात्रि को हरिद्वार से गंगनहर में तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया है।
पांच नवंबर से छठ पर्व शुरू होगा। हरिद्वार से छोड़े गए तीन हजार क्यूसेक पानी में 1800 क्यूसेक भोला झाल से छोटी नहर के माध्यम से हिंडन नदी में भेजा जाएगा। सिंचाई विभाग ने भोले की झाल से छोटी नहर में पानी छोड़ दिया है। 1200 क्यूसेक पानी में मुरादनगर से दिल्ली की जनता के लिए छोड़ा गया है।
तार बाबू सुधीर कुमार ने बताया कि गाजियाबाद में हिंडन नदी पर छठ पूजन के लिए 1800 क्यूसेक पानी दिया जाएगा। बाकी पानी मुरादनगर भेजा जा रहा है।