कानपुर। मानसून की ट्रफ लाइन अपनी मूल स्थिति में लौटने के बाद उत्तर प्रदेश के ऊपर सक्रियता दिखा रही है। ट्रफ लाइन के लौटने के साथ ही प्रदेश में बारिश का सिलसिला शुरु हो गया है। यह सिलसिला रुक रुक कर, बीच बीच में धूप भी निकलती रहेगी। अभी अगले तीन से चार दिनों तक यह सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन सुनील पांडे ने शनिवार को बताया कि गंगा के तटीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल और उससे सटे बांग्लादेश पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में गंगा के तटीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल और उससे सटे झारखंड पर कम दबाव का क्षेत्र बना है। समुद्र तल पर मानसून की लाइन अब श्री गंगानगर हिसार दिल्ली लखनऊ वाराणसी डाल्टनगंज निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र से होकर दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में मानसून की ट्रफ लाइन जो अभी तक मध्य प्रदेश में टिकी हुई थी वह उत्तर प्रदेश के गंगा मैदानी इलाकों पर आ गई है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी से चल रही मानसूनी हवाएं भी उत्तर प्रदेश की ओर आ रहे हैं। मौसम की इन गतिविधियों से उत्तर प्रदेश में आगामी तीन से चार दिन तक मध्यम से लेकर भारी बारिश के आसार हैं। यह बारिश जलवायु परिवर्तन के कारण खंडवार रूप में होगी और इस बारिश से धान की फसल के लिए बहुत लाभ होगा, क्योंकि इन दोनों धान की रोपाई तेजी से चल रही है। बारिश के साथ ही चक्रवात के बनने से तेज हवाएं, मेघ गर्जन व आकाशीय बिजली भी चमकने की संभावना है।
इन 20 जिलों में होगी भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, चंदौली, वाराणसी और संतरविदास नगर और आसपास के इलाके में भारी बारिश होने की संभावना है।