मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि सरकार मजदूर नेतृत्व खत्म कर रही है। सरकार मजदूर नेतृत्व की जगह ठेकेदारों को पाल रही है और उनसे काली कमाई कर रही है। यह मजदूर वर्ग के लिए घातक साबित हो रहा है।
उद्धव ठाकरे आज भारतीय कामगार सेना के 55वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में मुंबई में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना की स्थापना को 56 साल हो गए और भारतीय कामगार सेना की स्थापना को 55 साल हो गए हैं। शिवसेना के साथ भारतीय कामगार सेना की स्थापना भूमिपूत्रों को रोजगार देने के लिए की गई थी और यह काम आज भी जारी है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने ‘जय जवान, जय किसान’, नारे में ‘जय कामगार’ नारा जोड़ा था। बालासाहेब ठाकरे कहते थे कि सरकार को संवेदनशील होना चाहिए। कोई भी मोर्चा आ रहा है तो मोर्चे को पुलिस के डंडे से दबाना नहीं चाहिए बल्कि जिस विभाग के विरुद्ध मोर्चा है, उस संबंधित मंत्री को मोर्चे के सामने जाना चाहिए और मोर्चा निकालने वालों की समस्या हल करना चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज मोर्चा निकालने वालों को ही खत्म किया जा रहा है। यह बहुत ही दुखद है। आज बालासाहेब के नाम पर सरकार चलाने का दावा करने वाले ही बालासाहेब के विचारों को अपने फायदे के लिए कुचल रहे हैं। मजदूरों को हर तरह से परेशान किया जा रहा है।
बारसू रिफाइनरी प्रोजेक्ट की चर्चा करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि न जाने किसे लाभान्वित करने के लिए किसानों की जमीन छीनी जा रही है। किसानों को क्या चाहिए, इसका विचार तक नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा किसी एक की नहीं रहती है। हमारी सरकार आने पर इस तरह का अत्याचार करने वालों का हिसाब किताब किया जाएगा।