लखनऊ। लोकसभा चुनाव के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। कोई किसी पर आरोप लगा रहा है, तो कोई किसी पर वार-पलटवार कर रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा, “अखिलेश से कुछ नहीं होगा। अखिलेश का चेहरा 2012 से 2017 के बीच में जनता ने देखा है। तब उत्तर प्रदेश के थाने समाजवादी पार्टी के गुंडे-माफिया चलाते थे।“ उन्होंने कहा, “अखिलेश हमेशा से लफ्फाजी करते हुए आए हैं। उन्होंने 2022 के चुनाव में भी लफ्फाजी ही की थी। समाजवादी पार्टी के डीएनए में ही गुंडई, अराजकता, जमीनों पर कब्जा करना लिखा है।
अखिलेश की रैलियों में भी यही सब देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश के लोग देख रहे हैं कि किस तरह लोग अखिलेश यादव के मंचों पर गुंडई और अराजकता दिखा रहे हैं। यही इनका चरित्र है। जिन लोगों ने अखिलेश यादव को वोट देने का मन बनाया था। अब उन लोगों का मन भी अखिलेश यादव से ऊब चुका है, क्योंकि अभी भी लोग समाजवादी पार्टी के द्वारा किए गए अत्याचार से उबर नहीं पाए हैं। वहीं बीजेपी इस बार प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीत का पताका फहराने जा रही है। आप सभी लोग देखेंगे कि कैसे समाजवादी पार्टी का प्रदेश में सूपड़ा साफ होगा।“
उन्होंने आगे कहा, “इस चुनाव में बीजेपी अपने कार्यकाल के दौरान की उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाकर उनसे वोट मांग रही है, जबकि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पास लोगों को दिखाने के लिए कुछ नहीं है। वो 2012 से लेकर 2017 तक सत्ता में रहे, लेकिन जिस तरह से उन्होंने लोगों पर जुल्म ढाहे, उससे लोग अभी तक उबर नहीं पाए हैं, इसलिए जनता ने इस चुनाव में सपा का सफाया करने का मन बना लिया है।
इनके शासनकाल में थानों में पुलिस नहीं, बल्कि सपा के गुंडों का नियंत्रण रहता था। आज अखिलेश की रैलियों में इन्हीं गुंडों का दबदबा देखने को मिल रहा है। सूबे की आम जनता तो अखिलेश की रैलियों का बहिष्कार कर रही है। मैं तो कहता हूं कि अच्छा हुआ कि लोगों को सपा द्वारा किए गए अत्याचार के बारे में अभी तक याद है। हालांकि, बीते दिनों कुछ लोग भूल गए थे, लेकिन चुनाव के बाद अब लोगों को सपा के कुकृत्य याद आ रहे हैं।“
इसके साथ ही जयवीर सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल सरकार कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रही हैं। ममता बनर्जी ना ही संविधान को मानती हैं और ना ही केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नियमों और ना ही अपनी सरकार द्वारा बनाए गए कानून को। ममता बनर्जी यह अजीब संवैधानिक संकट पैदा कर रही हैं, जिसका खामियाजा उन्हें आगामी दिनों में भुगतना पड़ सकता है।
उन्होंने आगे कहा, “ममता बनर्जी ‘हिंदुओं के खिलाफ काम करो’ वाले सिद्धांत पर काम कर रही हैं, इसलिए अब देश की जनता ने इनका सफाया करने का मन बना लिया है। फिलहाल, हम चुनाव जीतने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्र में पहुंचाने की दिशा में उत्तर प्रदेश अहम भूमिका निभाने जा रहा है। उत्तर प्रदेश और देश की जनता ने इंडिया गठबंधन का सफाया करने का मन बना लिया है।