वाशिंगटन। अमेरिका ने 2026 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की पुष्टि की है। उसने कहा कि ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था जलवायु संकट और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसी कई समस्याओं से जूझ रही है भारत की अध्यक्षता में हुए इस साल के नई दिल्ली शिखर सम्मेलन ने यह साबित कर दिया कि अभी भी जी-20 सबसे गंभीर मामलों का हल निकाल सकता है। 2026 में यह सम्मेलन राजधानी वाशिंगटन में होगा। मीडिया रिपोर्ट्स में व्हाइट हाउस के हवाले से शनिवार को जारी उसके बयान के आधार पर यह जानकारी दी गई है।
माडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हाइट हाउस ने कहा कि भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन सबसे गंभीर मुद्दों का हल निकालने की दिशा में एक बड़ा कदम है। व्हाइट हाउस का यह बयान दिल्ली की घोषणा के तुरंत बाद आया है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका भारत की जी-20 अध्यक्षता में हुई प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसकी शुरुआत 2024 में ब्राजील और 2025 में दक्षिण अफ्रीका की प्रेसीडेंसी से होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अमेरिका ने अफ्रीकी यूनियन के जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल होने पर स्वागत किया। वैश्विक अर्थव्यवस्था में अफ्रीका की महत्वपूर्ण भूमिका है। उल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अफ्रीकी यूनियन के जी-20 के 21वें सदस्य के रूप में शामिल होने की घोषणा की थी।