नयी दिल्ली – उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दवाओं को सस्ता करने का आह्वान करते हुए सोमवार को कहा कि व्यावसायीकरण जरुरतमंदों के लिए विनाशकारी हो सकता है।
उपराष्ट्रपति ने यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान – एम्स के 48वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दवाओं को सस्ता करने और आम लोगों की पहुंच में बनायें रखने पर जोर दिया जाना चाहिए। हर क्षेत्र में व्यावसायिकता के उच्च मानकों को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि थोड़ी सी ढील, थोड़ा सा व्यावसायीकरण, थोड़ा सी अनैतिकता जरुरतमंद लोगों के लिए विनाशकारी हो सकती।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया,केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, एम्स के निदेशक प्रो. एम. श्रीनिवास और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने दीक्षांत समारोह में भाग लिया।
श्री धनखड़ ने कहा कि आयुष्मान भारत ने कमजोर वर्गों को एक सुरक्षा दी है। इस योजना ने अर्थव्यवस्था में भी बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना ने कई परिवारों को वित्तीय रूप से बर्बाद होने से बचाया है। भारत को विश्व की फार्मेसी बताते हुए उन्होंने आम आदमी के लिए दवाओं को सस्ता करने के लिए सभी पक्षों से थोड़ा और प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आप उस स्तर तक व्यवसाय नहीं कर सकते हैं जैसा कि सामान्य व्यवसाय में किया जा सकता है। इसमें एक सेवा तत्व अंतर्निहित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपनी योग्यता के अनुसार का रास्ता चुनना चाहिए।