मोरना। तालाब पर अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं तथा तालाब पर हुए अतिक्रमण व तालाब की सफाई करने की मांग जिला प्रशासन से की है। वही ग्रामीणों ने तालाब पर खड़े हरे पेड़ों को उखाडऩे का भी आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता पर शिकायत वापस न लेने पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने का भी आरोप ग्रामीणों ने लगाया है।
मोरना ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम ककराला में ग्राम समाज का तालाब है। जिस तालाब में गांव का पानी आता है।ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ ग्रामीणों द्वारा उस तालाब पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है। तालाब पर कब्ज़ा कर उसमे मकान बना लिए है। तालाब पर हुए अतिक्रमण से बरसात के मौसम में गांव के रास्तों पर पानी भर जाता है। पानी के कारण गांव के कुछ मकानों को भारी नुकसान भी हुआ हो रहा। ग्रामीणों का आरोप है कि तालाब की सफ़ाई नहीं होने से उसमे गन्दगी भरी हुई है। तालाब में सफाई न होने के कारण तालाब में मच्छर व अन्य जीव जन्तु पैदा हो गए हैं। गन्दा पानी में मच्छर पैदा होने से गांव में बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है।
ग्रामीणों का कहना है कि तालाब की सफाई न होने से तालाब के आसपास बने मकान में लगे नलों से दूषित पानी निकल रहा है तथा उस पानी को पीकर ग्रामीण बीमार हो रहे हैं। शिकायतकर्ता रिजवान ने बताया कि वह तालाब के अतिक्रमण व तालाब की सफाई के लिए लगातार शिकायत करता आ रहा है । जिसकी शिकायत पर प्रशासन द्वारा दो दिन पहले ग्राम प्रधान व तहसील के कर्मचारियों द्वारा तालाब पर हुए अतिक्रमण पर बुलडोजर चला कर अतिक्रमण मुक्त कर दिया गया था लेकिन प्रशासन ने ग्राम प्रधान की मिली भगत के चलते खानापूर्ति करते हुए तालाब को अतिक्रमण मुक्त दिखा दिया। जिस पर शनिवार को ग्रामीण फारूक, सलीम, रिजवान, इमरान, शाहिद, अमजद, सरताज, महबूब अमजद सोनी मोनिश, सब्बो, शाइस्ता, हसीना, गुलिस्ता आदि ने प्रदर्शन करते हुए ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं और तालाब को अतिक्रमण मुक्त व साफ करने की मांग प्रशासन से की है।