इंफाल| मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले में सोमवार को ताजा हिंसा के बाद सेना और अर्धसैनिक बलों ने सुरक्षा कड़ी कर दी है जबकि कर्फ्यू में दी जा रही छूट में कटौती की गई है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कुछ हथियारबंद बदमाश इंफाल ईस्ट के न्यू चेकॉन इलाके में गए और दुकानदारों को धमकाया कि वे अपनी दुकानें बंद कर दें और दो घरों में आग लगा दी।
ये खबर फैलते ही दूसरे समुदाय के लोग सामने आए और उन्हें ललकारा। आक्रोशित भीड़ ने एक बदमाश की पिटाई भी कर दी, जबकि अन्य भागने में सफल रहे। हालांकि दो बदमाशों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है।
इंफाल में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने इंफाल ईस्ट और और इंफाल वेस्ट दोनों जिलों में कर्फ्यू में छूट की अवधि में तीन घंटे की कटौती की है।
मणिपुर सरकार ने आगजनी और हमलों की खबरों के बाद रविवार रात अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं का निलंबन 26 मई तक बढ़ा दिया।
सरकार ने इससे पहले तीन मई को इंटरनेट सेवा को निलंबित किया था। ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग में मेइती समुदाय को शामिल किए जाने की मांग का विरोध करने के लिए बुलाए गए ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान राज्य के 16 में से 10 जिलों में अभूतपूर्व हिंसा भड़क गई थी।
विपक्षी कांग्रेस समेत कई संगठन और मीडिया मणिपुर में तत्काल इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
मणिपुर में जातीय हिंसा में अब तक 71 लोग मारे गए हैं, पुलिसकर्मियों सहित 300 लोग घायल हुए हैं। 25,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए, लगभग 1,700 घर जलाए गए और 200 से अधिक वाहन नष्ट हो गए।