जलालाबाद। जलालाबाद में दो दिन पूर्व हुई फिरोज नामक युवक की मौत के बाद परिजनों द्वारा पीट-पीटकर हत्या का आरोप हिन्दू युवकों पर लगाने के बाद सोशल साईट प्लेटफार्म एक्स पर लोगों व शामली पुलिस के बीच संग्राम छिडा हुआ है। वजह कुछ लोगों द्वारा साम्प्रदायिक रंग देने व मामले को माब लिचिंग से जोडकर पोस्ट की गई थी, जिसमें थानाभवन पुलिस द्वारा कडा रूख अपनाते हुए पांच लोगों के विरूद्ध मामला पंजीकृत किया गया था, जिसे लेकर रविवार की सुबह से ही सोशल साईट एक्स पर संग्राम छिड गया।
बताते चले कि 4 जौलाई को जलालाबाद के मौहल्ला अमानत अली निवासी फिरोज नामक युवक को कस्बे के ही मौहल्ला आर्यनगर के लोगो द्वारा घर में घुसने पर पकडकर पुलिस को सौंपा था, जहां पर उसकी पिटाई भी की गई थी, पुलिस द्वारा उक्त युवक को नशे में होने के चलते उसके परिजनों को सौंपा था, परन्तु उसी रात उसकी मौत होने के बाद जमकर बखेडा हुआ था। उक्त मामले में मृतक के परिवारजन का एक विडियो वायरल किया गया, जिसमे उसे पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया गया था, जिसे लेकर सोशल मिडिया प्लेटफार्म एक्स पर लगातार लोगों द्वारा मामले को माबलिचिंग बताकर प्रतिक्रिया दी गई जिसके बाद पुलिस द्वारा जाकिर अली, वशीम अकरम त्यागी,आसिफ राणा, सैफ, अहमद रजा खान आदि पर भारतीय न्याय की धारा 196 व 353 के तहत थाना थानाभवन मामला पंजीकृत किया गया था।
मुकदमे की जानकारी जैसे ही लोगों को लगी तो एक्स पर लगातार प्रतिक्रिया शुरू हो गई। शामली पुलिस द्वारा भी लगातार सक्रियता के साथ लोगों को पूरे मामले पर सफाई के साथ चेतावनी देनी पडी। बावजूद इसके लोगों द्वारा कमेंट किये जाते रहे। कोई इसे अभिव्यक्ति की आजादी या फिर जुर्म के विरूद्ध आवाज उठाने पर प्रतिबन्ध लगाना बता रहा है। दिन भर उक्त मामले में लोगों की टिप्पणी बिना डरे बिना रूके आती रही। इससे स्पष्ट लगा कि लोगों को कानून का कोई भय नही रह गया है।
जावेद की पीट-पीटकर हत्या या फिर नशे की ओवर डोज से मौत को लेकर छिडे संग्राम को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस द्वारा साफ करते हुए बताया कि फिरोज की मौत पीटने से नही हुई। बावजूद इसके लोग इसे साम्प्रदायिक रंग देने पर लगे है, जिसे लेकर शामली पुलिस द्वारा एक्स पर पोस्ट डालने वाले लोगों को चेतावनी जारी की है कि वह तुरन्त अपनी पोस्ट को साईट से डिलीट करें अन्यथा उन पर भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत कठोर कार्रवाई की जायेगी।