अल्मोड़ा। उत्तराखंड के अल्मोड़ा नगर निगम से सटे खत्याड़ी गांव के ग्रामीण इलाके की बार का विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए प्रशासन से बार हटाने की मांग की। अल्मोड़ा के खत्याड़ी गांव के ग्रामीण अपने इलाके में बने बार का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को बड़ी संख्या में एक जगह एकत्रित होकर ग्रामीणों ने जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों में महिलाएं भी शामिल रहीं।
उन्होंने चेतावनी दी है कि एक सप्ताह के अंदर बार नहीं हटाया गया तो उग्र आंदोलन और चक्का जाम किया जाएगा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जिस स्थान पर बार खुल रहा है, वह अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज से मात्र 100 मीटर की दूरी पर है। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि वे विगत छह महीने से बार का विरोध करते आए हैं। इससे पहले भी उन्होंने चक्का जाम किया था कि जो गोदाम को हटा दिया जाए। उन्होंने बताया, प्रशासन की मिलीभगत के तहत जो बार खुल रहा है, पूरे ग्रामीण उसकी घोर निंदा कर रहे हैं। बार बंद नहीं होने की स्थिति में आगे की कार्रवाई और उग्र होगी, इसके लिए उनको जो भी परेशानी झेलनी पड़े उसके लिए वह तैयार हैं।
ग्रामीण ने बताया कि सरकार युवा बेरोजगारों को रोजगार नहीं देकर जबरदस्ती शराब की दुकान खोल रही है। इससे युवा शराब की तरफ भाग रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों के अंदर रोष है। प्रदर्शन कर रही एक महिला ग्रामीण ने कहा, “सरकार ने हमारा फायदा उठाकर यहां पर बार खोल दिया। मेरा सरकार से यह आग्रह है कि अगर यह चीज इतनी अच्छी है तो बच्चे के पैदा होते समय दो बूंद दारू की दे दे। उन्होंने बार खोला है, अगर यह इतनी अच्छी चीज है तो सरकार आगे आकर इसके लिए लड़े।” एक अन्य ग्रामीण ने बताया, “बार को लेकर ग्रामीण की तरफ से कई बार विरोध किया जा चुका है। कई बार ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है। मेडिकल कॉलेज की निकटता को देखते हुए बार को तुरंत बंद किया जाना चाहिए।”