सिसौली। भारतीय किसान यूनियन में जिलाध्यक्ष और अन्य प्रमुख पदों पर रहते हुए किसानों के लिए आंदोलन में भूमिका निभाने वाले पुरबालियान निवासी नीरज पहलवान की करीब 21 महीनों की बगावत के बाद कई अन्य किसान नेताओं के साथ घर वापसी कर ली। उन्होंने भाकियू अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत के सिसौली स्थित आवास पर पहुंचकर मुलाकात की और इसके बाद किसान भवन में किसान मसीहा स्व. चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत की समाधि पर पहुंचकर उनको नमन करते हुए वापसी पर खुशी जाहिर की। नीरज पहलवान को दो दिन पूर्व ही भाकियू अराजनैतिक से छह साल के लिए निष्कासित किया गया है।
आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के समक्ष नीरज पहलवान, स्वामी नरेश सहारनपुर, पुनीत चौधरी सहारनपुर सहित अन्य लोगो ने भाकियू में वापिसी की। चौधरी नरेश टिकैत ने भाकियू में वापसी करने वाले किसान नेताओ से उम्मीद जताई कि वे भाकियू की नीतियों का प्रचार-प्रसार करते हुए संघठन की मजबूती, किसान हितो के लिए कार्य करते रहेंगे ।
नीरज पहलवान भाकियू टिकैत में काफी वर्षों से जुड़े रहे हैं। अक्टूबर 2021 को नीरज को संगठन में मुजफ्फरनगर इकाई का जिलाध्यक्ष बनाया गया। नीरज पहलवान इससे पहले जिला उपाध्यक्ष और महासचिव पद पर भी रह चुके थे, लेकिन बालियान गोत्र से होने के कारण उनकी नियुक्ति पर सवाल उठने लगे तो मनोनयन के आठ दिन ही नीरज ने जिलाध्यक्ष पद से 31 अक्टूबर 2021 को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मई 2022 में वो संगठन से बगावत कर गये थे। नीरज ने कहा कि घर वापसी कर उनको अच्छा लगा है। अब वो टिकैत साहब की नीतियों और आदर्शों के साथ किसान हित के लिए संघर्ष करेंगे। 14 मार्च के दिल्ली कूच के लिए भूमिका निभाई जायेगी।