संघर्ष और सफलता एक ही तराजू के दो पासक हैं, लेकिन दोनों के मिलने का समय अलग-अलग है। किसी पर विश्वास करना और अंध भक्ति करना दो अलग-अलग बाते हैं, जो करना है सोच-समझकर करो।
अच्छी पुस्तकें और मां-बाप की नसीहतें जीवन में कभी धोखा नहीं देती। कुछ पिस गये, कुछ पिस रहे हैं, कुछ पीसे जाने हैं, जिन्दगी के सिल-बट्टे में ये सुख-दुख के दाने हैं।
अच्छे कार्य को करने वाला कभी सम्मान का भूखा नहीं होता, उसके पुण्य कर्म ही उसे सम्मान का पात्र बना देते हैं। सबसे बड़ा न्यायालय हमारा मन होता है, क्या सही है, क्या गलत है, उसे सब पता होता है। सुखी होने में ज्यादा खर्च नहीं होता, परन्तु हम कितने सुखी हैं, यह लोगों को दिखाने में ज्यादा खर्च होता है।
प्रार्थना ऐसे करो जैसे सब कुछ भगवान पर निर्भर करता है और प्रयास ऐसे करो जैसे सब कुछ ‘आप’ पर निर्भर करता है।
संसार में सबसे शक्तिशाली व्यक्ति वही है, जो धोखा खाने के बाद भी लोगों की भलाई करना नहीं छोड़ता। जुड़ना बहुत सरल है, परन्तु जुड़े रहना बहुत कठिन। अपनों के दिये जख्म नहीं भरते, बस इंसान उन्हें छिपाने का हुनर सीख जाता है।