आगरा। आगरा में एक वरिष्ठ अधिवक्ता को न्यू आगरा पुलिस ने एक महिला से कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कहा कि पीड़िता ने अधिवक्ता के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर आत्महत्या की धमकी दी। पीड़िता का आरोप है कि अधिवक्ता ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया, अश्लील वीडियो बनाया और उससे 40 लाख रुपये भी वसूले।
उसने दावा किया कि वह कई बार पुलिस से संपर्क कर चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद में वह अपनी आपबीती बताने के लिए पुलिस आयुक्त के पास गई।
अधिवक्ता का फोन कुछ महीने पहले चोरी हो गया था और फोन पर रिकॉर्ड कई महिलाओं के साथ उसके अंतरंग पलों के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे।
उन महिलाओं में से एक ने आगरा के कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह से संपर्क किया और कहा कि वकील ने उसका यौन शोषण किया। 4 जनवरी को उसे अपने घर बुलाया और अश्लील वीडियो वायरल कर बदनाम करने की धमकी देकर उसके साथ बलात्कार किया।
दिलचस्प बात यह है कि अधिवक्ता ने पहले ही सिकंदरा थाने में महिला के खिलाफ दो करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करायी थी। सिकंदरा पुलिस इस शिकायत की जांच कर रही है।
महिला ने संवाददाताओं से कहा, मेरे पति के साथ मेरा विवाद है, इसके बाद केस के संदर्भ में मैं आरोपी के संपर्क में आई।
उसने बताया कि लॉकडाउन के दौरान वकील ने उसके घर आना शुरू कर दिया। एक दिन वह यह कहकर उसके घर आ गया कि उसका अपनी पत्नी से विवाद है और वह कुछ दिनों के लिए रहने के लिए जगह चाहता है।
इस दौरान अधिवक्ता ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया और यह कहते हुए अश्लील वीडियो भी बना लिया कि इन वीडियो को बेचकर काफी पैसा कमाया जा सकता है। महिला का यह भी आरोप है कि अधिवक्ता ने उससे चुनाव लड़ने के लिए 40 लाख रुपये लिए, जिसे उसने वापस नहीं किया।
डीसीपी विकास कुमार ने बताया कि पीड़िता ने अधिवक्ता पर दुष्कर्म समेत अन्य संगीन अपराध का आरोप लगाया है और पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस आयुक्त प्रीतिंदर सिंह ने कहा कि महिला उनके सामने पेश हुई और धमकी दी कि अगर अधिवक्ता के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएगी।