मीरापुर। ग्राम चुडियाला निवासी एक महिला की उपचार के दौरान इंजेक्शन लगने के बाद अचानक मृत्यु हो गई। महिला की मृत्यु होने पर परिजनों ने क्लीनिक पर जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर मीरापुर, रामराज व जानसठ की पुलिस भी पहुंच गई तथा मृतक महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मृतका के परिजनों ने थाने में पोस्टमार्टम न कराने के लिए हंगामा किया।
मीरापुर थाना क्षेत्र के ग्राम चुडियाला निवासी लक्ष्मी पत्नी प्रमोद उम्र 45 वर्ष की शाम चार बजे अचानक तबीयत खराब हो गई। परिजन तुरंत महिला को मीरापुर के पड़ाव चौक स्थित डा. के पी सिंह के क्लीनिक पर उपचार के लिऐ ले आये। क्लीनिक पर तैनात सहायक चिकित्सक ने बिना जांच पडताल के जल्दबाजी में बीमार महिला को इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगते ही महिला की हालत बिगड गई और उसके मुंह से झाग निकलने लगे। कुछ ही देर में महिला की क्लीनिक पर ही मृत्यु हो गई।
मृत्यु होने पर मृतका महिला के परिजनों ने क्लीनिक पर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। हंगामें की बढती स्थिति को देखते हुए थानाध्यक्ष दिनेश चन्द्र बघेल ने जानसठ व रामराज पुलिस को मौके पर बुला लिया तथा पुलिस ने महिला महिला के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी जानसठ राम आशीष यादव तथा उपजिलाधिकारी सुबोध कुमार सिंह थाना मीरापुर में पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली। महिला की मृत्यु की सूचना मिलते ही सैकडों ग्रामीण थाने में पहुंच गये तथा पोस्टर्माटम के लिए गई महिला के शव को वापस मंगाने की मांग करने लगे। पुलिस व उच्चाधिकारियों ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत किया। पुलिस ने पूछताछ के लिए क्लीनिक के कर्मचारी को हिरासत में ले लिया है।
मीरापुर क्षेत्र में अप्रशिक्षित चिकित्सको ने बडी संख्या ने अपने क्लीनिक खोल रखे हैं, आये दिन इन क्लीनिकों पर अप्रशिक्षित चिकित्सक मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। कई मरीजों की गलत उपचार के चलते मृत्यु भी हो चुकी है। उधर कुकुरमुत्तों की तरह अवैध अस्पतालों की भरमार भी कस्बे में हो रही है, इन अस्पतालों पर भी आये दिन गलत उपचार के चलते मरीज मौत के मुंह में जा रहे हैं। जनता द्वारा शिकायत करने पर भी स्वास्थ्य विभाग कुम्भकर्णी नींद सोया हुआ है।