मुजफ्फरनगर। जिले में 25 अप्रैल (मंगलवार) को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाएगा। विश्व मलेरिया दिवस 2023 की थीम शून्य मलेरिया देने का समय : निवेश, नवाचार, क्रियान्वयन रखी गई है। जिसमें व्यक्ति और समुदाय को मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में सहभागिता पर जोर दिया जा रहा है। दुनियाभर के विभिन्न संगठन और सरकार मलेरिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने और बीमारी को खत्म करने के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए गतिविधियों का आयोजन करती हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया – राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत वर्ष 2017 में नेशनल स्ट्रैटेजिक प्लान फॉर मलेरिया एलिमिनेशन इन इंडिया 2017 टू 2022 संचालित किया गया है। प्रथम चरण 2017 से 2022 तक मलेरिया उन्मूलन का मार्ग प्रशस्त करना रहा। इस नीति के तहत उत्तर प्रदेश में मलेरिया उन्मूलन के लिए यूपी स्टेट स्पेसिफिक स्ट्रैटेजिक एक्शन प्लान फॉर मलेरिया एलिमिनेशन सृजित कर प्रदेश के 75 जनपदों में मलेरिया उन्मूलन का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश में 2027 तक जीरो इंडीजीनस मलेरिया का लक्ष्य रखते हुए प्रदेश को मलेरिया मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
मलेरिया अधिकारी अलका सिंह ने बताया – 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जनपद में आशा कार्यकर्ता घर-घर भ्रमण के दौरान मलेरिया से बचाव एवं उपचार की जानकारी देंगी। आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से दस्तक अभियान के दौरान बुखार के रोगियों की निगरानी की जा रही है। विगत कई वर्षों से मलेरिया धनात्मक रोगियों की संख्या में काफी कमी आई है।
इस तरह करें मलेरिया से बचाव
मलेरिया अधिकारी ने बताया – मलेरिया एनाफिलीज मादा मच्छर के काटने से होने वाला बुखार है, जिसमें बुखार के साथ-साथ कंपकंपी जोड़ों में दर्द सिर दर्द उल्टी इत्यादि लक्षण होते हैं। बुखार होने पर अपना रक्त परीक्षण अवश्य कराएं रक्त जांच एवं उपचार की सुविधा समस्त सरकारी चिकित्सालय में उपलब्ध है। मलेरिया से बचाव के लिए अपने परिवेश में अनावश्यक जलभराव को समाप्त कर स्वच्छता बनाए रखें, मलेरिया का मच्छर घरों और घरों के बाहर ठहरे हुए पानी में पैदा होता है अतः अनावश्यक जलभराव न होने दें मच्छरों से बचाव के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले वस्त्र पहनें तथा सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
जिले में मलेरिया का हाल
2021 में 33 मरीज मिले
2022 में 7 मरीज मिले
2023 में 2 मरीज मिले