मुजफ्फरनगर। जाट कॉलोनी में स्थित निर्वाल हॉस्पिटल के लिए संकट की स्थिति पैदा हो गई है । विकास प्राधिकरण ने हॉस्पिटल के निर्माण में अनियमितता का मामला पाते हुए ध्वस्तीकरण के आदेश कर दिए हैं और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी पत्र लिखकर इस अस्पताल के लिए लाइसेंस निर्गत न करने का अनुरोध किया है।
दक्षिणी सिविल लाइन निवासी प्रभात पवार, शशि प्रभा, विक्रम कौर, बृजपाल सिंह, विक्रम तोमर, वंदना सिंह, राज सिंह, कुसुम, अर्पण बालियान,मंजू ,प्रदीप कुमार आदि ने पिछले कई महीने से निर्वाल हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायतें दर्ज करा रखी है ।
इन सब का आरोप है कि निर्वाल हॉस्पिटल उनके मौहल्ले में अवैध रूप से चल रहा है,जिसके चलते मौहल्ले में उनकी सुरक्षा को भी खतरा पैदा हो रहा है और मौहल्ले में गंदगी भी फैली हुई है । इनका आरोप था कि निर्वाल हॉस्पिटल के मालिक सोमांश कुमार निर्वाल ने आवासीय के रूप में नक्शा पास करा कर वहां अवैध रूप से हॉस्पिटल बना रखा है,जिससे मौहल्ले वासी परेशान है।
इन शिकायतों के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण ने भी जांच करके सख्त रुख अपनाया है। विकास प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता ने बताया कि निर्वाल हॉस्पिटल के मालिक सोमांश कुमार निर्वाल को नोटिस देकर उनका पक्ष जाना गया, जिसमें पर्याप्त सुनवाई के पश्चात 21 अप्रैल को ध्वस्तीकरण के आदेश पारित कर दिए गए हैं।
अधिशासी अभियंता ने मुजफ्फरनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी इस संबंध में जानकारी देते हुए उनसे अनुरोध किया है कि उक्त अस्पताल का निर्माण अवैध होने के कारण उनको किसी प्रकार का हॉस्पिटल संचालन हेतु लाइसेंस निर्गत न किया जाए।
विकास प्राधिकरण द्वारा अस्पताल के निर्माण को अवैध घोषित कर ध्वस्तीकरण के आदेश जारी करने और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उनके लाइसेंस निर्गत न करने का अनुरोध करने के बाद निर्वाल हॉस्पिटल की मुसीबत बढ़ गई है और इस अस्पताल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।