नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में आयोजित पद्म अलंकरण समारोह के प्रथम चरण में विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाली 71 हस्तियों को पद्म पुरस्कार प्रदान किए। इनमें 4 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 57 पद्मश्री शामिल हैं। शेष 68 विजेताओं को अगले महीने सम्मान प्रदान किया जाएगा। जिन विभूतियों को आज पुरस्कार प्रदान किया गया है उनमें बिहार के दिवंगत पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, गायक पंकज उधास, सुजुकी मोटर के पूर्व प्रमुख ओसामु सुजुकी और शेखर कपूर आदि प्रमुख थे।
इनको मिला पद्म विभूषण
साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए केरल के एमटी वासुदेवन नायर को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। पुरस्कार उनकी पुत्री अवस्थी वीर नायर ने प्राप्त किया। व्यापार और उद्योग श्रेत्र में जापान के ओसामु सुजुकी को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। पुरस्कार उनके पुत्र ने प्राप्त किया। इसके अलावा चिकित्सा क्षेत्र में तेलंगाना के डॉ. दुवुर नागेश्वर रेड्डी और कला-संगीत क्षेत्र में कर्नाटक के लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम को पद्म विभूषण प्रदान किया गया।
पद्म भूषण-
लोक कार्य के लिए बिहार के सुशील कुमार मोदी को मरणोपरांत पद्म भूषण प्रदान किया गया। पुरस्कार उनकी पत्नी जेसी मोदी ने प्राप्त किया। वे बिहार के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले उपमुख्यमंत्री थे। उन्होंने वित्त विभाग भी संभाला था। उन्होंने भारत में जीएसटी की शुरूआत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने राज्य के विकास में बहुत योगदान दिया। उन्हें राज्य के प्रभावी राजकोषीय प्रबंधन का श्रेय दिया जाता है, जिससे स्थिरता का दौर शुरू हुआ। वे कई सामाजिक कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल थे।
कला-गायन क्षेत्र के लिए महाराष्ट्र के पंकज केशुभाई उधास को मरणोपरान्त पद्म भूषण पुरस्कार प्रदान किया गया। पुरस्कार उनकी पत्नी फरीदा पंकज उधास ने प्राप्त किया।
इसके अलावा कला-फिल्म अभिनय क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए आंध्र प्रदेश के नंदमुरी बालकृष्णा को पद्म भूषण प्रदान किया गया। अमेरिका के विज्ञान क्षेत्र से जुड़े विनोद कुमार धाम को विज्ञान एवं इंजीनियरिंग क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म भूषण प्रदान किया। कला एवं फिल्म निर्माण के लिए महाराष्ट्र के शेखर कपूर को पद्म भूषण प्रदान किया गया। कला-फिल्म अभिनय के लिए तमिलनाडु के एस. अजित कुमार को पद्म भूषण प्रदान किया गया। व्यापार और उद्योग के लिए गुजरात के पंकज आर पटेल, चिकित्सा क्षेत्र में योगदान के लिए केरल के जोश चाको पेरियापुरम, साहित्य एवं शिक्षा क्षेत्र में योगदान के लिए कर्नाटक के डॉ. ए. सूर्यप्रकाश, खेल क्षेत्र में केरल के पूर्व हॉकी खिलाड़ी श्रीजेष पीआर को पद्म भूषण प्रदान किया।
इनको मिला पद्म श्री-
चित्रकला में उत्तर प्रदेश के श्याम बिहारी अग्रवाल, कुवैत की योग चिकित्सक शेखा एजे अल सबाह, कला-गायन में डॉ. के. मनकुट्टि अम्मा, कला-बुरा कथा के लिए मिरियाला अप्पारावु (मरणोपरांत), खेल-क्रिकेट रविचंद्रन अश्विन, कला-लोकगायन जयनाचरण बाठारी, कला-लोक गयान बेगम बतूल, व्यापार एवं उद्योग अरुंधित भट्टाचार्य, साहित्य एवं शिक्षा प्रो, अनिल कुमार बोरो, साहित्य एवं शिक्षा मारुती चितमपल्ली, भक्ति गायक भेरू सिंह चौहान, पाक कला के लिए डॉ. के. दामोदरन, कला-संगीत गोकुल चंद्रदास, वस्त कला के लिए निर्मला देवी, साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए हृदय नारायण दीक्षित को पद्मश्री प्रदान किया गया।
गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, अद्वैत चरण गडनायक, डॉ. पवन कुमार गोयनका, प्रो भरत गुप्त, नरेन गुरुंग, व्यापार एवं उद्योग क्षेत्र के लिए मध्य प्रदेश की शालिनी देवी होलकर, वासुदेव तारानाथ कामत, कला-पार्श्व गायन डॉ. जसपिंदर नरुला कौल, स्टीफन नैप, लामा लोबजंग (मरणोपरांत), विनायक लोहनी, प्रो. अशोक महापात्र, पंडित रोनू मजुमदार, तेजेन्द्र नारायण मजुमदार, शीन काफ निजाम, नितिन नोहरिया, ओंकार सिंह पाहवा, प्रो. रत्न कुमार परिमु, चैत्राम पवार, कला-स्टंट निर्देशन डॉ. हसन रघु, डॉ. लक्ष्मीपति, दुर्गा चरण रणबीर, प्रो. अरुणोदय साहा, समाज सेवा के लिए लिबिया लोबो सरदेसाई, डॉ. माडुगुल नागफणि शर्मा, हरिमन शर्मा, प्रो. चंद्रकांत शेठ (मरणोपरांत), कला-कठपुतली के लिए भीमव्वा शिल्लेक्यतारा, तुषार दुर्गेश भाई शुक्ल, खेल-एथलेटिक्स कोच सत्यपाल सिंह, हरजिंदर सिंह, सुरेश हरिलाल सोनी, राधाकृष्णन स्थपति, प्रो. डेविड आर सिएमले, लोक कार्य के लिए सीएस वैद्यनाथ, डॉ. सुरेंद्र कुमार वासल, डॉ. देशमाने विजयलक्ष्मी को पद्मश्री प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इस बार सात लोगों को पद्म विभूषण, 19 को पद्म भूषण और 113 को पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किए जाने की घोषणा की गई थी। पद्म पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान, इंजीनियरिंग, व्यापार, उद्योग, चिकित्सा, साहित्य, शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में महान काम करने वालों को दिया जाता है।