गाजियाबाद। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के समधी जितेंद्र यादव के गाजियाबाद स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा है। ये कार्रवाई लालू यादव से जुड़े लैंड फॉर जॉब स्कैम में हुई है। जितेंद्र यादव सपा के पूर्व एमएलसी हैं और गाजियाबाद के आरडीसी राजनगर इलाके में रहते हैं।
ईडी की टीम ने सुबह 8 बजे से जितेंद्र यादव के आवास पर जांच शुरू की, जो 16 घंटे तक रही जारी । सबसे पहले सुबह के वक्त दो गाड़ियों में ईडी के 7-8 लोग आए थे। इसके बाद दोपहर करीब 12 बजे एक और गाड़ी आई, जिसमें ईडी के 3 सदस्य और आए।
घर का मुख्य गेट बंद करके ये सभी टीमें अंदर जांच करती रही। किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर आने या घर के सदस्य को बाहर जाने पर पाबंदी रही । परिवार के सभी सदस्यों के फोन बंद करा दिए गए ।
ED टीम तीन बड़े बॉक्स में डॉक्यूमेंट्स भरकर अपने साथ ले गई है। इन तीनों बॉक्स को बाकायदा सील किया गया है। हालांकि, ED ने अभी तक इस कारवाई को लेकर अपना ऑफिशियल बयान जारी नहीं किया है।
रात में जॉइंट डायरेक्टर रंजन प्रकाश ने करीब आधा घंटे तक जांच-पड़ताल की। घर से बाहर आने के बाद वो मीडिया से बात करने से बचते नजर आए और कार में बैठकर निकल गए।
बता दें कि लालू यादव की चौथे नंबर की बेटी रागिनी की शादी साल-2012 में जितेंद्र यादव के बेटे राहुल यादव से हुई थी। जितेंद्र यादव समाजवादी पार्टी के नेता हैं और पूर्व एमएलसी हैं। उनके बेटे राहुल यादव ने सपा के टिकट पर साल-2017 और 2022 का विधानसभा चुनाव बुलंदशहर जिले की सिकंदराबाद विधानसभा सीट से लड़ा था, लेकिन दोनों बार हार हुई।
विधानसभा चुनाव के वक्त दाखिल हलफनामे के मुताबिक, राहुल के पास करीब 25 करोड़ रुपए की संपत्ति है। राहुल गाजियाबाद में एक रेस्त्रां भी चलाते हैं, जिसमें रागिनी भी उनका हाथ बंटाती हैं। करीब 5 साल पहले राहुल यादव के खाते से एक करोड़ रुपए राबड़ी देवी के खाते में ट्रांसफर हुए थे, उस वक्त भी वे चर्चाओं में आए थे।