नई दिल्ली। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जाने वाले भारतीय हज यात्रियों की वतन वापसी हो चुकी है। अलबत्ता दीगर इंबारकेशन प्वाइंट्स पर हाजियों की वापसी का सिलसिला अभी भी जारी है, जो 2 अगस्त तक चलेगा। इस बार की हज यात्रा तमाम हाजियों के लिए अतीत का हिस्सा बन चुकी हैं। भारत से हज पर जाने वाले 155 यात्रियों का इंतकाल भी हुआ है।
सऊदी अरब में भारतीय हज यात्रियों को साफ-सफाई, पानी, खाने और चिकित्सा जैसी कई तरह दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बहुत से हाजियों के दिलो-दिमाग पर अब भी ऐसी बुरी यादें ताजा हैं। हालांकि, वापसी के साथ ही यह मामला शांत हो चुका है। सकुशल अपने घरों को वापसी के बाद अब उन्हें केन्द्र सरकार और हज कमेटी ऑफ इंडिया आदि से भी कोई गिला-शिकवा नहीं रहा।
हज यात्रा-2023 के दौरान भारत से जाने वाले 155 हज यात्रियों की बीमारी आदि के कारणों से मौत होने की खबरें हैं। मरने वालों में दिल्ली से जाने वाली 2 महिलाएं भी शामिल हैं। हज यात्रा के दौरान मरने वालों में 130 हज कमेटी ऑफ इंडिया के जरिए जाने वाले यात्री हैं, जबकि दीगर 25 प्राइवेट टूर ऑपरेटरों के माध्यम से जाने वाले यात्री शामिल हैं। 39 यात्री हज की अदायगी से पहले ही इंतकाल कर गए, जबकि 116 की मृत्यु हज की अदायगी के बाद हुई है। सऊदी अरब के कानून के तहत हज यात्रा के दौरान मरने वाले यात्रियों को जन्नत-उल-बकी व अन्य कब्रिस्तानों में दफन किया जाता है।
इस बार भारत से 175025 हज यात्री गए थे। इनमें 139419 यात्री हज कमेटी ऑफ इंडिया के जरिए, जबकि 35606 यात्री प्राइवेट टूर ऑपरेटरों के माध्यम से यात्रा पर गए थे। राजधानी दिल्ली से 101 बिना मेहरम के यात्रा पर जाने वाली महिलाएं भी शामिल थीं। दिल्ली से 105 वर्षीय बुजुर्ग महिला के भी हज यात्रा पर जाने और उनके सकुशल वापस आने की भी खबर है।
इस बार सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में होने वाली मृत्यु की वजह बेतहाशा तापमान का बढ़ना बताया जा रहा है। इसके कारण यात्रियों में पानी की कमी की वजह से कई तरह की बीमारियों से दोचार होना पड़ा। उन्हें डी-हाइड्रेशन, फूड प्वाइजनिंग और कॉलरा जैसी बीमारियों की शिकायत हुई।
मीना और अराफात के मैदान में सऊदी प्रशासन के जरिए हर बार बेहतर से बेहतर व्यवस्था की जाती है, लेकिन इस बार वहां पर पीने के पानी के साथ-साथ शौचालय इत्यादि में पानी की कमी की शिकायत हज यात्रियों के जरिए की गईं। बेतहाशा गर्मी और धूप की तपिश की वजह से भी बड़ी संख्या में हज यात्रियों के बीमार होने की खबरें सामने आईं। इस दौरान लोगों को मीना, अराफात और मुज्दलफा के रास्तों में मेडिकल कैंप की किल्लत भी सख्ती से महसूस की गई।