नोएडा। सरकार द्वारा देश भर में जागरूकता अभियान चलाये जाने के बाद भी लोगबाग अपना धन दोगुना करने के लालच में साइबर अपराधियों के जाल में फंस रहें हैं। साइबर ठगों के झांसे में आने वाले अधिकांश लोग पढ़-लिखे लोग है। नया मामला एक सेवानिवृत्त इंजीनियर का सामने आया है।
जानकारी के अनुसार शेयर बाजार में निवेश करवाने के नाम पर साइबर अपराधियों ने एक सेवानिवृत्त इंजीनियर को अपने जाल में फंसाया तथा उससे 52 लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर साइबर क्राइम थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं पुलिस ने साइबर अपराधियों के दो बैंक खाते में 4 लाख रुपए फ्रिज कराए हैं।
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साइबर क्राइम के पुलिस उपायुक्त प्रीति यादव ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-31 में रहने वाले एक व्यक्ति ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह प्राइवेट कंपनी में बतौर इंजीनियर काम करते थे। सेवानिवृत होने के बाद वर्तमान में एक स्टार्टअप से बतौर सलाहकार जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि उनको 12 मार्च को एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया। ग्रुप की डीपी पर एचएसबीसी का लोगो लगा था, और नाम एचएसबीसी सिक्योरिटीज लिखा था। ग्रुप में पहले से करीब 100 लोग जुड़े थे। समय-समय पर और लोग भी ग्रुप में जोड़े जा रहे थे।
इस ग्रुप पर एनएससी और बीएसई पर स्टार्ट पर आईपीओ में निवेश करने की सलाह दी गई। ग्रुप की एडमिन अदिति अरोड़ा नाम की महिला थी। वहीं सलाहकार का नाम दीपेश जैन था। पीड़ित का कहना है कि उन्हें बताया गया कि शेयर बाजार में निवेश करने पर उन्हें मोटा मुनाफा होगा। कुछ लोगों ने अपने मुनाफे की स्क्रीनशॉट भी शेयर किया। उन्हें इस बात का विश्वास हो गया कि निवेश करने से उन्हें मोटा मुनाफा होगा।
पीड़ित के अनुसार 16 बार में उन्होंने 52 लाख इन्वेस्ट कर दिया। पीड़ित के अनुसार पोर्टल पर उन्हें अपनी रकम बढ़ती हुई दिखाई दे रही थी। उन्होंने बताया कि पीड़ित के अनुसार जब उसने अपनी रकम निकालनी चाहिए, तब उसे पता चला कि उसके साथ धोखा हुआ है। साइबर अपराधियों ने उक्त ग्रुप को भी बंद कर दिया है। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।