कैराना(मुजफ्फरनगर)। गत रात्रि मोहसिन अंसारी के निवास स्थान, बस्ती इस्लाम नगर में “ग़ज़ल की एक शाम शहर के शायरों के नाम” शीर्षक से एक शानदार शेरी महफ़िल का आयोजन किया गया। इस महफ़िल में नगर के शायरों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने बेहतरीन कलाम से समां बांध दिया।
महफ़िल की अध्यक्षता यासीन अंसारी ने की, जबकि संचालन मशहूर शायर उस्मान उस्मानी ने बखूबी निभाया। इस अवसर पर सालिम एडवोकेट मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
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महफ़िल का शुभारंभ नगर के मशहूर शायर सलीम अख्तर की नाते-पाक से हुआ। इसके बाद नगर के विभिन्न शायरों ने अपने कलाम पेश कर श्रोताओं की खूब वाह-वाही बटोरी। इस मौके पर उस्मान उस्मानी, डॉ. सलीम फारुकी, नफीस अंसारी, हाजी शकील अहमद शकील, कारी मुज़म्मिल, शेर खान, अनीस जिगर, डॉ. हाशिम, आरिफ़ सिद्दीकी सहित कई शायरों ने अपनी उपस्थिति से महफ़िल को यादगार बना दिया।
कार्यक्रम में आरिफ़ सभासद, इंतजार (पूर्व मेम्बर), कारी ज़ाहिद, जावेद, नदीम, आस मोहम्मद, सलीम अंसारी, हामिद भाई, अख्तर अंसारी, फ़रमान कुरेशी आदि गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
अंत में, अंजुमन गुलसितान-ए-अदब के अध्यक्ष आरिफ़ ख़ान ने उर्दू भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें अपने बच्चों को उर्दू की शिक्षा दिलाने के लिए प्रेरित करना चाहिए और इसे अपने घरों में बोलचाल की भाषा के रूप में अपनाना चाहिए।