शामली। भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार आज से देशभर में सातवां पोषण पखवाड़ा प्रारंभ हो गया। इसी क्रम में जनपद शामली में भी इस अभियान का भव्य शुभारंभ किया गया। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में राज्य मंत्री, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वेबकास्ट के माध्यम से पखवाड़े का औपचारिक उद्घाटन किया गया, जिसका सजीव प्रसारण अधिकारियों व सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा देखा गया।
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इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी यामिनी रंजन ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष पोषण पखवाड़े की मुख्य थीम चार बिंदुओं पर केंद्रित है। जो जीवन के प्रथम 1000 दिन – गर्भावस्था से लेकर शिशु के जन्म के दो वर्षों तक विशेष देखभाल। लाभार्थी मॉड्यूल का लोकप्रियकरण – लाभार्थियों को बेहतर जानकारी व सेवाएं। कुपोषण प्रबंधन मॉड्यूल का क्रियान्वयन – समुचित पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता। बच्चों में मोटापा रोकथाम हेतु स्वस्थ जीवनशैली – खानपान व जीवनचर्या में सुधार।
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उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां इस पखवाड़े में समुदाय को जागरूक करने के लिए बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करेंगी तथा पोषण से जुड़ी संदर्भ सेवाएं प्रदान करेंगी।
कार्यक्रम के बाद जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान ने हरी झंडी दिखाकर पोषण पखवाड़ा रैली को कलेक्ट्रेट से रवाना किया। यह रैली कलेक्ट्रेट से निकलकर बनत नगर पंचायत का भ्रमण करते हुए पुनः कलेक्ट्रेट पर समाप्त हुई। रैली के माध्यम से पोषण जागरूकता का संदेश दिया गया।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी (वि/रा) संतोष कुमार सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी ममता देवी, जिला कार्यक्रम अधिकारी यामिनी रंजन समेत जिले की सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सक्रिय रूप से सहभागिता की।
इस अभियान का उद्देश्य मातृ एवं शिशु पोषण को सशक्त बनाना, कुपोषण को जड़ से समाप्त करना और समुदाय को पोषण के प्रति जागरूक करना है। पखवाड़े के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों और जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन आगामी 22 अप्रैल तक किया जाएगा।