मीरापुर। भारतीय किसान यूनियन संघर्ष मोर्चा ने सोमवार को ग्राम कैलापुर जसमोंर में हाईवे निर्माण कार्य से जुड़ी समस्याओं को लेकर कंपनी के प्लांट और स्टोर पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। धरना दोपहर से लेकर शाम तक चला, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय किसान शामिल हुए।
किसानों का आरोप है कि दिल्ली-पौड़ी राजमार्ग के निर्माण कार्य के दौरान सड़क निर्माण कंपनी के अधिकारियों ने खेतों से केवल तीन फुट मिट्टी उठाने का अनुबंध किया था, लेकिन मौके पर मौजूद कर्मचारियों द्वारा छह फुट तक मिट्टी उठवा ली गई, इससे किसानों के खेतों में असंतुलित कटाव हो गया है, जिससे भूमि की उर्वरता प्रभावित होने और भविष्य में भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने किया। उन्होंने मांग है कि जिन किसानों की भूमि से अधिक गहराई तक मिट्टी उठाई गई है, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए और आगे इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए। धरने की सूचना मिलते ही संबंधित विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों की बात को गंभीरता से सुनते हुए समाधान का भरोसा दिलाया। अधिकारियों द्वारा जल्द ही खेतों की जांच कर उचित मुआवजा देने और भविष्य में अनुबंध के अनुसार ही कार्य सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया।
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धरने में प्रमुख रूप से शहजाद प्रधान, सनी चौधरी, नरेश चौधरी, सोनू मेवाती, विवेक भाटी, नाजिम राजपूत, तसलीम, आशु, शाने आलम, उस्मान, नफीस आदि उपस्थित रहे। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में फिर इस प्रकार की लापरवाही होती है, तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।